चुनाव आयोग जल्द ही लोकसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान कर सकता है। लोकसभा चुनाव अप्रैल-मई के बीच 7-8 चरणों में होने की संभावना है। आयोग चुनावी तैयारियों को पूरा करने के आखिरी चरण में है और इसका ऐलान इस हफ्ते के आखिरी में या अगले हफ्ते में कर सकता है।
16वीं लोकसभा का कार्यकाल 3 जून को खत्म हो रहा है।एक ओर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा एक बार फिर सत्ता में लौटने के प्रयास में हैं। वहीं, एनडीए को रोकने के लिए विपक्ष भाजपा के खिलाफ एकजुट होने की कोशिश में है।
चुनाव आयोग के सीनियर अफसर ने बताया कि चुनाव समिति तारीखों का ऐलान करने के लिए तैयार है। कभी भी इसकी घोषणा हो सकती है, चाहे वह इस हफ्ते के आखिरी में हो या मंगलवार तक।अफसर के मुताबिक, पहले चरण के लिए आखिर मार्च तक अधिसूचना जारी हो सकती है और इसके लिए वोटिंग शुरुआती अप्रैल में होगी।
माना जा रहा है कि आयोग लोकसभा के साथ आंध्रप्रदेश, ओडिशा, सिक्किम और अरुणाचल में विधानसभा चुनाव करा सकता है।जम्मू-कश्मीर में विधानसभा भंग होने के बाद चुनाव आयोग के पास चुनाव कराने के लिए 6 महीने का वक्त है, जो आखिर मई में खत्म हो रहा है।
इसलिए कहा जा सकता है कि यहां विधानसभा चुनाव लोकसभा के साथ ही कराए जा सकते हैं। लेकिन यह राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर निर्भर करता है।पिछले हफ्ते चुनाव आयोग के साथ हुई बैठक में राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ कराने का विरोध किया था।
वहीं, राज्य की पार्टियां दोनों चुनाव साथ में कराने के पक्ष में हैं।जम्मू-कश्मीर विधानसभा का 6 साल का कार्यकाल 16 मार्च 2021 को खत्म होना था। लेकिन भाजपा के पीडीपी से समर्थन वापस लेने के कुछ वक्त बाद राज्यपाल ने इसे भंग कर दिया था।
सिक्किम में 27 मई, अरुणाचल में 1 जून, ओडिशा में 11 जून और आंध्र में 18 जून को विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है। चुनाव आयोग ने प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए पिछले हफ्ते पूरे देश में बैठकें की हैं।543 लोकसभा सीटों में मतदान के लिए करीब 10 लाख पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। माना जा रहा है कि चुनाव 7-8 चरणों में होंगे।