लद्दाख में रिक्टर स्केल पर 3.6 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए, जिसकी गहराई करीब 200 किमी रही। बीते सप्ताह देश के अलग-अलग हिस्सों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। 27 फरवरी की सुबह गुजरात के सूरत में 3.1 तीव्रता का भूकंप आया था।
भूकंपीय अनुसंधान संस्थान ने बताया था कि भूकंप का केंद्र दक्षिण गुजरात में सूरत से 29 किलोमीटर उत्तर-उत्तर पूर्व में था। भूकंप के झटके जैसे ही महसूस हों तुरंत बिना देर किए घर, ऑफिस से निकल खुली जगह पर निकल जाएं।
बड़ी बिल्डिंग्स, पेड़ों, बिजली के खंभों आदि से दूर रहें।बाहर जाने के लिए लिफ्ट का इस्तेमाल कतई न करें। सीढ़ियों से ही नीचे पहुंचने की कोशिश करें।अगर आप किसी ऐसी जगह हैं जहां बाहर जाने का कोई फायदा नहीं है तो सही यह होगा कि अपने आस-पास ही ऐसी जगह खोजें जिसके नीचे छिपकर खुद को बचाया जा सके।
ध्यान रखें भूकंप के समय भागे नहीं इससे नुकसान की संभावना ज्यादा होगी।भूकंप आने पर खिड़की, अलमारी, पंखे, ऊपर रखे भारी सामान से दूर रहें ताकि इनके गिरने और शीशे टूटने से चोट न लगे।टेबल, बेड, डेस्क जैसे मजबूत फर्नीचर के नीचे घुस जाएं और उसके लेग्स कसकर पकड़ लें ताकि झटकों से वह खिसके नहीं।
कोई मजबूत चीज न हो, तो किसी मजबूत दीवार से सटकर शरीर के नाजुक हिस्से जैसे सिर, हाथ आदि को मोटी किताब या किसी मजबूत चीज़ से ढककर घुटने के बल टेक लगाकर बैठ जाएं।खुलते-बंद होते दरवाजे के पास खड़े न हों, वरना चोट लग सकती है।गाड़ी में हैं तो बिल्डिंग, होर्डिंग्स, खंभों, फ्लाईओवर, पुल आदि से दूर सड़क के किनारे या खुले मैदान में गाड़ी रोक लें और भूकंप रुकने तक इंतजार करें।