मौसम ने देश के उत्तर से लेकर दक्षिणी और पूर्व से लेकर पश्चिमी हिस्सों में तबाही मचाई। 24 घंटे के दौरान आंधी, तूफान और बारिश की वजह से हुए हादसों में छह राज्यों में 48 लोग मारे गए। 50 से ज्यादा लाेग जख्मी हुए। सबसे ज्यादा 18 मौतें उत्तरप्रदेश में हुईं। वहीं, पश्चिम बंगाल में 12, आंध्र में 9, तेलंगाना में 3, गुजरात में 4 लोगों की जान गई।
दिल्ली में 109 किलोमीटर की रफ्तार से आंधी चली। जिससे दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 18 लोग घायल हो गए।जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड के दूरदराज के इलाकों में तेज हवाओं के साथ आंधी और बादल गरजने की चेतावनी, 50-70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल, झारखंड, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, तेलांगना, रायलसीमा, दक्षिण कर्नाटक के आंतरिक इलाकों, तमिलनाडु और पुडुचेरी में तेज हवाओं के साथ आंधी की चेतावनी। – ओडिशा के दूरदराज के इलाकों में भारी बारिश का अलर्ट। राजस्थान के कई इलाकों में धूलभरा तूफान उठ सकता है।
जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड के दूरदराज के इलाकों में तेज हवाओं के साथ तूफान का अलर्ट, ओले भी गिर सकते हैं। ओडिशा और दक्षिण कर्नाटक के आंतरिक हिस्सों में तेज हवाओं के साथ आंधी का अलर्ट। राजस्थान और विदर्भ के कुछ इलाकों में लू के थपेड़े परेशान करेंगे।
इससे पहले मौसम विभाग ने कहा था कि पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टर्बेंस) के असर से उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में आंधी-तूफान का खतरा बना हुआ है। मौसम विभाग ने 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफान आने की चेतावनी जारी की थी।
तेज रफ्तार आंधी के चलते दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से 70 फ्लाइट जयपुर, अमृतसर, लखनऊ डाइवर्ट करनी पड़ीं। इनमें से नौ की लखनऊ में इमरजेंसी लैंडिंग हुई। साथ ही दिल्ली में 24 फ्लाइट देर से उड़ीं। – पेड़ गिरने और बिजली सप्लाई ठप होने से सड़क और रेल ट्रैफिक बुरी तरह प्रभावित रहे।
दिल्ली, मुरादाबाद, गाजियाबाद में 12 से अधिक ट्रेनें कई घंटें फंसी रहीं। दिल्ली में शाम पांच बजे के बाद करीब दो घंटे तक मेट्रो सेवाएं भी बाधित रहीं।दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब और उत्तरप्रदेश के कई हिस्सों में रविवार शाम तूफान के बाद हुई बारिश ने लोगों को गर्मी से निजात भी दिलाई। दिल्ली में दोपहर में 39.6 डिग्री तापमान था।
जो बारिश के दौरान महज आधे घंटे में पारा 14 डिग्री लुढ़ककर 25 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। जिससे लोगो को गर्मी से राहत मिली।मौसम विशेषज्ञ एसके नायक ने बताया कि हरियाणा से लेकर उत्तर मध्य महाराष्ट्र तक एक नार्थ-साउथ ट्रफ लाइन बनी है। यह भोपाल सहित मप्र के पश्चिमी हिस्से से होकर गुजर रही है।
हरियाणा से लेकर नागालैंड तक एक आैर ईस्ट-वेस्ट ट्रफ लाइन बनी है। इनकी वजह से बारिश, गरज-चमक के साथ तेज हवा, ओलावृष्टि और बारिश के आसार हैं।मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, उत्तर भारत में आए आंधी-तूफान और दक्षिण भारत में बढ़ते तापमान की वजह से इस बार मानसून 4-5 दिन पहले दस्तक दे सकता है।
बारिश भी अच्छी होगी। आंधी-तूफान के कारण मानसून कम-ज्यादा नहीं होगा, बल्कि इसके समय में बदलाव हो सकता है।एग्रोमीट्रियोलॉजिस्ट डॉ. रामचंद्र साबले ने भास्कर को बताया कि डस्ट स्टॉर्म (धूल भरी आंधी) हर साल होने वाली प्रक्रिया है। यह एक प्री मानसून एक्टिविटी है। इस साल अरब सागर से आने वाली गर्म हवा राजस्थान से पूर्व की ओर तेज रफ्तार से बहने लगी, उसी समय उत्तर-पश्चिम में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस मौजूद होने से आंधी तूफान का असर बढ़ गया।
इसी दौरान उत्तर भारत में हवा का दाब 1000 से 1002 हेप्टा पास्कल (हवा के दाब की यूनिट) रहा, इस वजह से चक्रवात को बढ़ावा मिला। दक्षिण भारत में भी लू जैसी स्थिति हो गई। इसका मतलब है की मानसून इस साल भारत में जल्द दस्तक देने की तैयारी में है। ऐसे ही हालात रहे तो मानसून 25 मई को केरल में पहुंच सकता है। आमतौर पर केरल में 1 जून तक मानसून आता है।