राजस्थान में 6 जिलों में जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्य के चुनाव में टिकट वितरण से पहले कांग्रेस नेताओं में आपसी मतभेद शुरू हो गए हैं.कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने टिकट वितरण को लेकर आज दौसा, सवाईमाधोपुर, भरतपुर और सिरोही जिले के विधायकों, विधायक उम्मीदवारों और संगठन प्रभारियों की बैठक ली थी.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने आज पीसीसी में चुनाव वाले जिलों के कांग्रेसी विधायकों प्रभारियों वरिष्ठ नेताओं के साथ संवाद किया. इसी दौरान नेताओं ने एक दूसरे के खिलाफ फीडबैक दिया.सबसे पहले दौसा जिले से बैठक की शुरूआत हुई.
दौसा के महवा और भरतपुर जिले में टिकट वितरण को लेकर नेताओं में खींचतान सामने आने लगी है. कांग्रेस को हराने वाले विधायकों की राय पर पंचायतीराज चुनावों में टिकट देने पर विरोध के सुर उठने लगे हैं.भरतपुर जिले की बैठक में भरतपुर से कांग्रेस के टिकट पर जीता हुआ कोई विधायक ही नहीं पहुंचा.
पूर्व मंत्री और विधायक विश्वेंद्र सिंह, वैर विधायक और मंत्री भजनलाल जाटव और पायलट समर्थक बयाना विधायक अमर सिंह जाटव बैठक से नदारद रहे. टिकट वितरण के मुद्दे पर हुई बैठक में बसपा से कांग्रेस में आए नदबई विधायक जोगिंद्र सिंह अवाना और नगर विधायक वाजिब अली, भरतपुर से राष्ट्रीय लोकदल विधायक और मंत्री सुभाष गर्ग ही शामिल हुए.
बैठक में प्रभारी वेद प्रकाश सोलंकी ने सबकी राय से टिकट बांटने की बात रखी, जहां कांग्रेस के हारे हुए उम्मीदवार हैं, उनकी राय से भी टिकट बांटने की सलाह दी. भरतपुर में पार्टी कई जगह बिना सिंबल उम्मीदवार उतार सकती है.
दौसा जिले की बैठक में पूर्व जिला प्रमुख और गहलोत समर्थक अजीत सिंह महुवा ने निर्दलीय विधायक ओमप्रकाश हुड़ला और कांग्रेस के हारे हुए उम्मीदवार अजय बोहरा के कहने से टिकट देने का विरोध किया.
अजीत सिंह ने प्रदेशाध्यक्ष से कहा कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट की दावेदारी होने के बावजूद जब टिकट नहीं मिला तो बागी लड़ने की जगह पार्टी का साथ दिया, अब जिला परिषद और पंचायत समिति चुनाव में टिकट बांटने में मेरी राय को महत्व दिया जाए.
दौसा के महवा में निर्दलीय विधायक ओमप्रकाश हुड़ला और हारे हुए उम्मीदवार अजय बोहरा को भी बैठक में बुलाया गया था. सिरोही जिले में कांग्रेस का कोई विधायक नहीं है इसलिए वहां पूरे जिले में टिकट वितरण में संयम लोढ़ा के दखल का विरोध हो रहा है. सवाईमाधोपुर के बामनवास और गंगापुर में भी टिकट को लेकर गतिरोध है.