चुनाव आयोग ने सभी मान्यता प्राप्त दलों की यहां बैठक बुलाई थी। इसमें कुछ दलों ने बैलट पेपर से चुनाव कराने की मांग उठाई। इस पर मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने कहा- हम नहीं चाहते हैं कि बूथ कैप्चरिंग का दौर वापस आए।
बैठक में सभी सात राष्ट्रीय दलों और 51 राज्य स्तरीय मान्यता प्राप्त दलों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। कांग्रेस, सपा, बसपा, तृणमूल कांग्रेस और आप समेत कई विपक्षी दलों ने बैलट पेपर से चुनाव कराने का सुझाव दिया।
बैठक के बाद रावत ने मीडिया से कहा कि बैठक में कुछ दलों ने ईवीएम और वीवीपीएटी मशीनों में दिक्कतों की बात कही। चुनाव आयोग ने इस पर ध्यान दिया है। इसकी जांच की जाएगी। सभी दलों ने चुनाव प्रक्रिया की विश्वसनीयता को बढ़ाने के लिए सकारात्मक और रचनात्मक सुझाव दिए हैं।
आयोग इन पर चर्चा करेगा और जरूरत पड़ी तो अमल में लाया जाएगा। बैठक में ‘एक देश एक चुनाव’ के मुद्दे पर चर्चा होने के सवाल पर उन्होंने कहा कुछ दलों ने यह मुद्दा उठाया और कुछ दलों ने इसका विरोध किया। आयोग इस पर काफी कुछ कह चुका है। इस पर अच्छी बहस चल रही है।