एक महिला समेत पांच लोगों की गिरफ्तारी के साथ दिल्ली पुलिस ने कहा कि उसने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जिसका संबंध लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के साथ है और सांठगांठ कर उनके लिए जाली आईडी, आधार कार्ड और पासपोर्ट बनाकर कानून के चंगुल से बचने में मदद कर रहा था।
पांचों आरोपियों की पहचान राहुल सरकार (27), अरिजीत कुमार (55), उर्फ अजीत दीवान उर्फ अजीत कुमार उर्फ टोनी उर्फ महेश उर्फ सिद्धू पाजी, नवनीत प्रजापति, 33, सोमनाथ प्रजापति, 33 और एक 27 वर्षीय महिला के रूप में हुई है।
पुलिस उपायुक्त दक्षिण बनिता मैरी जैकर ने कहा कि उन्हें सरकार के मूवमेंट के बारे में विश्वसनीय जानकारी मिली थी जो बिश्नोई गिरोह के सदस्यों के संपर्क में था।उन्होंने कहा जानकारी को और विकसित किया गया, एक जाल बिछाया गया और आरोपी सरकार को पकड़ लिया गया और बाद में गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में उसके गिरोह के सुराग मिले और उसके साथी अरिजीत कुमार, नवनीत प्रजापति, सोमनाथ प्रजापति और एक महिला को भी पकड़ा गया। पूछताछ के दौरान सरकार ने खुलासा किया कि वह अपराधियों के संपर्क में था, खासकर लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्यों के साथ और खुलासा किया कि उसने जाली दस्तावेजों के आधार पर बिश्नोई के भतीजे सचिन थापन को अपना पासपोर्ट बनाने में मदद की।
उसने खुलासा किया कि वह गिरफ्तार महिला के माध्यम से अरिजीत कुमार के संपर्क में आया, जिसने उसे किसी भी जाली आईडी के साथ भारतीय पासपोर्ट तैयार करने के लिए कहा।लगभग एक साल पहले सरकार ने तुगलकाबाद एक्सटेंशन निवासी चौथे गिरफ्तार आरोपी नवनीत से दिल्ली के संगम विहार निवासी तिलक राज तोतेजा के नाम से अपना फर्जी वोटर आईडी और आधार बनवाया और उसी आधार कार्ड के आधार पर , उसने जालसाजी के उद्देश्य से अग्रिम रूप से एक मतदाता पहचान पत्र प्राप्त किया।पुलिस के मुताबिक यह आधार उसने अपने साथियों दोनों प्रजापतियों की मदद से तैयार किया था।