दिल्ली के सीएस अंशु प्रकाश को थप्पड़ मारने और बदसलूकी के मामले में पुलिस ने आम आदमी पार्टी के विधायक प्रकाश जारवाल को अरेस्ट किया है। प्रकाश को उनके अंबेडकर नगर स्थित घर से रात पुलिस ने हिरासत में लिया, जहां से उन्हें सिविल लाइन पुलिस स्टेशन ले जाकर पूछताछ की जा रही है। अब पुलिस छापेमारी कर एफआईआर में नामजद अमानतुल्ला समेत दूसरे विधायकों की तलाश भी कर रही है।
विवाद के हालात पैदा न हों इसलिए एहतियातन ओखला में विधायक अमानतुल्ला के घर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।सीएम अरविंद केजरीवाल ने सोमवार रात को अपने आवास पर कुछ योजनाओं पर चर्चा के लिए मीटिंग बुलाई थी। इसमें चीफ सेक्रेटरी भी शामिल हुए। आरोप है कि इसी दौरान विधायकों ने चीफ सेक्रेटरी के साथ बदसलूकी की।
इस दौरान उन्हें धक्का देने के साथ थप्पड़ भी मारा और अभद्र भाषा का इस्तेमाल भी किया। जिसके बाद सीएस की शिकायत पर देवली विधायक प्रकाश जारवाल समेत ओखला विधायक अमानतुल्ला और अन्य विधायकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।उधर, आम आदमी पार्टी के काउंसलर पी चौहान ने सवाल उठाया है कि जब विधायक प्रकाश जारवाल दोपहर में पुलिस स्टेशन जाकर अपनी बात रख चुके थे तो इतनी रात उनको अरेस्ट करने की ऐसी क्या जरूरत पड़ी ?
उनका कहना है कि हमारी तरफ से भी चीफ सेक्रेटरी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई गई लेकिन उनको अब तक अरेस्ट नहीं किया गया।दिल्ली में मंगलवार सुबह शुरू हुए नाटकीय घटनाक्रम को लेकर तीन शिकायतें पुलिस के पास और एक एससी-एसटी आयोग में दर्ज हुई। मुख्य सचिव अंशु प्रकाश की शिकायत पर एफआईआर दर्ज हो चुकी थी। मंत्री इमरान हुसैन ने सचिवालय में अपने घेराव और धक्का-मुक्की के खिलाफ थाने में शिकायत दी है।
आप विधायक अजय दत्त ने पुलिस कमिश्नर को भेजी शिकायत में मुख्य सचिव पर जातिसूचक शब्द कहने का आरोप लगाया है। एक अन्य विधायक प्रकाश जारवाल ने एससी-एसटी आयोग को मुख्य सचिव के खिलाफ शिकायत भेजी है। देर रात पुलिस ने देवली विधायक प्रकाश जारवाल को गिरफ्तार कर लिया।
मुख्य सचिव की पिटाई पर भड़के दिल्ली सचिवालय के कर्मचारियों ने मंगलवार दोपहर पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन और उनके पीएस हिमांशु सिंह काे घेर लिया। इनके साथ मारपीट और धक्का-मुक्की की गई।आईएएस ऑफिसर्स एसोसिएशन की शिकायत पर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ ने उपराज्यपाल अनिल बैजल से रिपोर्ट मांगी है। आईएएस अफसरों ने केजरीवाल के माफी मांगने तक बैठकों के बहिष्कार का एलान किया है।
दिल्ली प्रशासनिक अधीनस्थ सेवा के अफसरों ने भी काम नहीं करने की घोषणा की है। राजस्थान के आईएएस अफसरों ने भी घटना पर विरोध जताया है।तीन साल पूरे होने पर दिल्ली सरकार ने अपनी उपलब्धियों का एडवरटाइजमेंट बनाया था। वीडियो एडवरटाइजमेंट में केजरीवाल कहते हैं, ‘दिल्ली में भ्रष्टाचार घटा है। बाधाएं बहुत आईं, पर आपके हक के लिए हम हर कठिनाई से लड़े।
ईश्वर ने हर कदम पर साथ दिया। जब आप सच्चाई और ईमानदारी के रास्ते पर चलते हैं तो ब्रह्मांड की सारी दृश्य और अदृश्य शक्तियां मदद करती हैं।अफसरों ने आखिरी लाइन सर्टिफाई करने से इनकार कर दिया। सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि स्टेट गर्वनमेंट के एडवरटाइजमेंट के दावों को संबंधित डिपार्टमेंट्स द्वारा सर्टिफाई करवाया जाए। यहां सवाल यह था कि आखिर ब्रह्मांड की दृश्य, अदृश्य शक्तियां किस विभाग के तहत आती हैं।
1986 बैच के अधिकारी अंशु प्रकाश गत वर्ष 1 दिसंबर को एकाएक मुख्य सचिव नियुक्त किए गए थे। सीएम केजरीवाल की सहमति भी नहीं ली गई।एनजीटी के निर्देश पर मंगलवार को हरियाणा और दिल्ली के मुख्य सचिवों की बैठक में वह शामिल नहीं हुए। विवाद के कारण पहले बैठक का समय बदला गया लेकिन बाद में प्रकाश के बिना ही शुरू हो गई।
अंशु प्रकाश ने कहा मुझे सोमवार आधी रात बैठक के लिए सीएम के घर बुलाया। वहां सीएम केजरीवाल, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया सहित 10-12 विधायक थे। विधायकों ने सरकार का एक एडवरटाइजमेंट पास करने का दबाव बनाया, जो सुप्रीम कोर्ट के नियमों के खिलाफ है। विरोध में जब मैं उठकर जाने लगा तो दो विधायकों ने कंधे से दबाकर बैठा दिया। दोबारा उठा तो गाल पर जोर से मारा, पीठ पर घूंसे पड़े, गालियां दीं।
आप विधायक प्रकाश जरवाल ने बताया हमने चीफ सेक्रेटरी के द्वारा जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किए जाने की शिकायत एससी/एसटी कमीशन से की है। हमने मीटिंग में सीएस से सिर्फ इतना पूछा था कि एक इलाके में लोगों के बुनियादी सुविधाएं क्यों नहीं मिल रही हैं। इस पर चीफ सेक्रेटरी चिल्लाकर बोले- मैंने दलितों की ठेकेदारी नहीं ले रखी है। बाद में उन्होंने कहा कि तुम एमएलए बनने के लिए काबिल ही नहीं हो, मैं सिर्फ एलजी को जवाब दूंगा।