दिल्ली पुलिस ने दिल्ली भाजपा प्रमुख और सांसद मनोज तिवारी के घर में घुसने और उनके स्टाफ के दो सदस्यों की पिटाई करने के आरोप में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया. आपस में भाई ये दोनों व्यक्ति अपनी कार में जा रहे थे तभी लुटियन दिल्ली में रात करीब डेढ़ बजे सांसद के घर के बाहर तिवारी के एक स्टाफ द्वारा चलाई जा रही एक गाड़ी से उनकी कार टकरा गई.
तिवारी के सहयोगी ने कहा कि भाइयों ने अपने दोस्तों को फोन करके वहां बुला लिया. वह टैम्पो में हथियार और छड़ियां लेकर पहुंचे और सांसद के स्टाफ की पिटाई कर दी. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वे लोगों के प्रवेश के लिए बने द्वार से उनके घर में घुसे और परिसर में तोड़फोड़ करने की कोशिश की.8 से 12 लोगों ने मनोज तिवारी के निजी सहायक अभिनव मिश्रा और उनके रसोइए के साथ मारपीट भी की.
रात में 1:00 बजे के करीब जब यह वाकया हुआ उस समय मनोज तिवारी अपने घर में मौजूद नहीं थे, लेकिन जैसे ही उनके निजी सहायकों ने उन्हें सूचना दी कि 8 से 12 लोगों ने उनके घर पर हमला किया है तो वह फौरन अपने घर पर लौटे और उन्होंने नई दिल्ली के डीसीपी को फोन पर इसकी सूचना दी. हमले में मनोज तिवारी के स्टाफ के 2 लोग घायल भी हुए हैं.
नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली से सांसद मनोज ने कहा यह जानलेवा हमला है, मेरे 2 लोगों को चोटें आईं हैं. उन्होंने कहा यह बड़ी साजिश लग रही है, लगता है पुलिस भी इसमें शामिल है. किसी को बख्शा नहीं जाएगा. घटना के एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया पता नहीं उनकी क्या मंशा थी या इसके पीछे क्या वजह थी, लेकिन वे गंदी भाषा में बात कर रहे थे और उन्हें पुलिस का भी भय नहीं था. वे 7-8 लोग थे.
पुलिस के मुताबिक सभी लोगों की पहचान हो गई है, जिनमें 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है.यह पूरी वारदात घर के सीसीटीवी में कैद हो गई है. मनोज तिवारी ने इस हमले को साजिश करार देते हुए कहा कि हमलावरों को उनका नाम तक पता था. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि हमलावर 7-8 की संख्या में थे. हमला करने के पीछे का कारण तो नहीं पता लेकिन वो लोग काफी हिंसक लग रहे थे और उन्हें पुलिस का भी डर नहीं था.