भारत में कोविड-19 रोधी दो टीकों के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दिए जाने को कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ भारत की जंग में निर्णायक क्षण बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इससे कोविड मुक्त भारत की मुहिम को बल मिलेगा।
भारत के औषध महानियंत्रक द्वारा ऑक्सफोर्ड के टीके कोविशील्ड और भारत बायोटेक के कोवैक्सीन के सीमित आपात इस्तेमाल को मंजूरी दिए जाने के बाद प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा कि यह प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व की बात है कि देश में जिन दो टीकों के आपात इस्तेमाल की स्वीकृति दी गई है, वे भारत निर्मित हैं।
उन्होंने देश को, वैज्ञानिकों और नवोन्मेषकों को बधाई देते हुए कहा यह आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने के लिए हमारे वैज्ञानिक समुदाय की इच्छाशक्ति को दर्शाता है। वह आत्मनिर्भर भारत, जिसका आधार है- सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया।
उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में असाधारण सेवा भाव के लिए डॉक्टरों, चिकित्साकर्मियों, वैज्ञानिकों, पुलिसकर्मियों, सफाईकर्मियों और सभी कोरोना योद्धाओं के प्रति एक बार फिर कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि देशवासियों का जीवन बचाने के लिए हम सदा उनके आभारी रहेंगे।
मोदी ने ट्वीट किया वैश्विक महामारी के खिलाफ भारत की जंग में एक निर्णायक क्षण! सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक के टीकों को डीसीजीआई की मंजूरी मिलने से स्वस्थ और कोविड मुक्त भारत की मुहिम को बल मिलेगा।
भारत के औषध महानियंत्रक ने सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड के कोविड-19 टीके कोविशील्ड और भारत बायोटेक के स्वदेश में विकसित टीके कोवैक्सीन के देश में सीमित आपात इस्तेमाल को मंजूरी दे दी जिससे व्यापक टीकाकरण अभियान का रास्ता साफ हो गया है।
भारतीय औषधि महानियंत्रक डॉ वेणुगोपाल जी सोमानी ने आज कहा कि देश में जिन दो कोरोना वैक्सीन के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दी गयी है, वे 110 प्रतिशत सुरक्षित हैं।डॉ सोमानी ने आज पत्रकारों से कहा कि अगर किसी वैक्सीन के विषय में सुरक्षा संबंधित कोई भी चिंता होगी, तो उसे कभी भी अनुमोदित नहीं किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि इस वैक्सीन के साइड इफेक्ट बिल्कुल अन्य वैक्सीन के समान हैं।इससे हल्का बुखार होना, हल्का दर्द होना और एलर्जी होना सामान्य बात है।डीसीजीआई ने कहा कि कोरोना वैक्सीन से नपुंसक होने की बात बिल्कुल ही बकवास है।