डीसीजीआई ने भारत बायोटेक द्वारा तैयार नाक से दिए जाने वाले इंट्रानेजल कोविड टीके का 18 साल से अधिक उम्र के लोगों पर सीमित आपात इस्तेमाल करने की मंजूरी दे दी।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि इस कदम से महामारी के खिलाफ हमारी सामूहिक लड़ाई को और मजबूती मिलेगी।
टीका निर्माता ने बताया कि बीबीवी154 को विशेष तौर पर नाक के रास्ते देने के लिए तैयार किया गया है।कंपनी ने कहा कि इसके साथ ही नाक से टीका देने की प्रणाली को इस तरह से डिजाइन व विकसित किया गया है, जिससे यह निम्न व मध्य आय वाले देशों के लिए किफायती हो।
कंपनी के सूत्रों ने बताया कि हैदराबाद की कंपनी ने करीब 4000 स्वयंसेवकों पर ‘इंट्रानेजल टीके’ (नाक के जरिए लिए जाने वाले टीके) का क्लीनिकल परीक्षण किया है और किसी में दुष्प्रभाव या विपरीत प्रतिक्रिया नहीं देखी गई है।कंपनी ने कहा इंट्रानेजल टीका बीबीआई154 श्वास मार्ग के ऊपरी हिस्से में एंटीबॉडी पैदा करता है।