आरक्षण की मांग को लेकर जाटों का आंदोलन हिंसक होने के बाद शुक्रवार को राज्य के नौ जिलों में सेना बुला ली गयी और रोहतक तथा भिवानी में कर्फ्यू लगाने के साथ ही हिंसा भड़काने वालों को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। हिंसक भीड़ द्वारा राज्य के विभिन्न हिस्सों में की गयी आगजनी के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गयी और 25 अन्य घायल हो गए।
केंद्र ने भी एक हजार अर्धसैनिक बलों को राज्य के लिए रवाना कर दिया है। रोहतक में हिंसक भीड़ ने कुछ पुलिसकर्मियों को बंधक बनाने के साथ ही राज्य के वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु के घर को आग लगा दी और रोहतक, झज्जर, हांसी तथा कई अन्य जगहों पर कई सरकारी और निजी संपत्तियों को को भी आग के हवाले कर दिया गया।आर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग में आरक्षण की मांग कर रहे आंदोलनकारियों ने हिसार और रोहतक में टोल प्लाजा समेत पुलिस और निजी वाहनों, इमारतों, कार्यालयों को भी निशाना बनाया।
दोनों टोल प्लाजा दिल्ली-हिसार-फाजिल्का राष्ट्रीय राजमार्ग पर पड़ते हैं। हरियाणा के डीजीपी यशपाल सिंघल ने चंडीगढ़ में एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि तोड़फोड़ पर उतारू भीड़ में से किसी व्यक्ति द्वारा चलायी गयी गोली में घायल हुए बीएसएफ जवान द्वारा आत्मरक्षा में चलायी गयी गोली से एक व्यक्ति मारा गया।राज्य पुलिस प्रमुख ने बताया कि हालात के बेकाबू होने के चलते हिंसा से सर्वाधिक प्रभावित आठ जिलों रोहतक, झज्जर, जींद, भिवानी, हिसार, कैथल, पानीपत और सोनीपत में सेना को बुला लिया गया है।