कोरोना वायरस के संक्रमण की वैक्सीनेशन को लेकर केंद्र और राज्य सरकारों के बीच जंग तेज हो गई है. केंद्र सरकार ने कुछ राज्यों को कोरोना वैक्सीन लगाने की धीमी रफ्तार को लेकर चिट्ठी लिखी है और राष्ट्रीय औसत से पीछे चलने की बात कही है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव मनोहर अगनानी ने पंजाब, दिल्ली और महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिवों को चिट्ठी लिखी है और उन्हें अपने राज्य और केंद्रशासित प्रदेश में कोविड-19 टीकाकरण अभियान में सुधार के लिए आवश्यक सुधारात्मक कार्रवाई करने के लिए कहा है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से लिखी गई चिट्ठी के बाद दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने जवाब दिया है और वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार के लिए केंद्र सरकार के अस्पतालों को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा हमें मिलकर कोविड से लड़ना चाहिए.
केंद्र ने आरोप लगाया कि दिल्ली में कम स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण किया गया है. हम यह भी कह सकते हैं कि केंद्र सरकार के अस्पतालों में टीकाकरण कम हुआ है. यह कोई समस्या नहीं है. मुद्दा यह है कि हम अधिक से अधिक लोगों को जल्द ही टीकाकरण करना चाहते हैं.
सत्येंद्र जैन ने आगे कहा हमारे पास फिलहाल 4-5 दिन का ही टीका बचा है. हमने इस संबंध में और टीकों की मांग की है, हमें उम्मीद है कि जल्द ही इसकी आपूर्ति हो जाएगी. इसके साथ ही सत्येंद्र जैन ने लोगों से भी अपील की है कि हमें मिलकर कोरोना को हराना है.
इसके साथ ही सत्येंद्र जैन ने कहा दिल्ली में 24 घंटे टीका लगना शुरू हो गया है. इससे टीकाकरण की रफ्तार भी बढ़ गई है. जनता को यह सुविधा देने वाली दिल्ली सरकार देश की पहली सरकार है.
लोगों की व्यस्त दिनचर्या को देखते हुए दिल्ली सरकार ने यह फैसला लिया है और अब कोई भी व्यक्ति कभी भी टीकाकरण केंद्र पर जाकर टीका लगवा सकता है. उन्होंने कहा कि नाइट कर्फ्यू के दौरान टीका लगवाने जाने वालों को ई-पास लेकर जाना होगा.