कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र विधान परिषद के पूर्व सभापति शिवाजीराव देशमुख का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. शिवाजीराव देशमुख 84 साल के थे और गुर्दे की बीमार इसे जूझ रहे थे. बॉम्बे हॉस्पिटल में देर शाम उन्होंने अंतिम सांस ली, जहां पिछले एक महीने से उनका इलाज चल रहा था.
अस्पताल प्रशासन ने बताया कि कांग्रेस के वयोवृद्ध नेता शिवाजीराव देशमुख को पिछले कुछ महीनों से कई स्वास्थ्य समस्याएं थीं. उसकी वजह से उन्हें बॉम्बे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उन्होंने देर शाम को अंतिम सांस ली.
परिवार के सूत्र ने बताया कि पिछले दो-तीन साल से वह डायलिसिस पर थे. उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार मंगलवार को उनके पैतृक गांव सांगली के कोकरौद गांव में किया जाएगा.शिवाजीराव देशमुख का जन्म 1 सितंबर 1935 को पश्चिमी महाराष्ट्र के सांगली जिले के शिराला तहसील में हुआ था.
1996 से 2002 के दौरान उन्होंने महाराष्ट्र विधान परिषद के सभापति के रूप में काम किया था. यही नहीं वे साल 1978, 1980, 1985 और 1990 में विधान सभा के लिए भी चुने गए थे. उनके पीछे उनके परिवार में उनकी पत्नी सरोजिनी, बेटे सत्यजीत देशमुख (महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस महासचिव) और बेटी शिल्पा देशमुख हैं.
विधान परिषद के सभापति के रूप में तीन बार निर्विरोध चुन कर आने का कीर्तिमान देशमुख बना चुके हैं. उनके निधन को कांग्रेस के लिए काफी बड़ा झटका माना जा रहा है.