पाकिस्तान को एफ-16 लड़ाकू विमान बेचने के ओबामा प्रशासन के फैसले को लेकर कांग्रेस ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा है कि विदेश नीति के मोर्चे पर उनकी एकमात्र उपलब्धि यह है कि अमेरिका और रूस दोनों ही पाकिस्तान को ‘हथियार देने वाले बड़े आपूर्तिकर्ता’ बन गए हैं।
पार्टी के प्रवक्ता मनीष तिवारी ने यहां कहा, ‘मोदी की विदेश नीति की एकमात्र उपलब्धि यह है कि अमेरिका और रूस दोनों ही पाकिस्तान को हथियार देने वाले बड़े आपूर्तिकर्ता बन गए हैं।’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के मूल तौर पर एक आतंकी प्रतिष्ठान होने के बावजूद अमेरिका का लंबे समय से पाकिस्तान के साथ रक्षा संबंध रहा है।
उन्होंने कहा, ‘एफ-16 सामरिक हथियार नहीं हैं। वे रणनीतिक मंच हैं, जिनमें क्षेत्र में पारंपरिक शक्ति संतुलन को भंग करने की क्षमता है।’ पाकिस्तान को एफ-16 लड़ाकू विमान बेचने के ओबामा प्रशासन के फैसले पर अपनी ‘नाराजगी और निराशा’ जाहिर करने के लिए भारत ने आज अमेरिकी राजदूत रिचर्ड वर्मा को तलब किया था।
रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक दलों के प्रभावशाली सांसदों की ओर से बढ़ते विरोध के बावजूद अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी कांग्रेस को यह अधिसूचित किया है कि उसने पाकिस्तान सरकार को एफ-16 ब्लॉक 52 विमान, उपकरण, प्रशिक्षण और साजो सामान देने की संभावित विदेश सैन्य बिक्री को मंजूरी देने का फैसला किया है। इस प्रस्ताव को अमेरिकी कांग्रेस की मंजूरी मिलना जरूरी है।