आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि कांग्रेस मुक्त भारत जैसे नारे राजनीतिक मुहावरे हैं न कि संघ की भाषा का हिस्सा। भागवत रविवार को पुणे में एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में पहुंचे थे। बता दें कि भाजपा ने पिछले लोकसभा चुनाव के वक्त कांग्रेस मुक्त भारत का नारा दिया था।
इसके पीछे मकसद भारत के हर राज्य से कांग्रेस को सत्ता से बाहर करना है।भागवत ने कहा कि मुक्त शब्द राजनीति में इस्तेमाल किया जाता है। हम किसी को छांटने की भाषा का कभी इस्तेमाल नहीं करते। उन्होंने कहा- हमें राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में सभी लोगों को शामिल करना है, उन लोगों को भी जो हमारा विरोध करते हैं।
आरएसएस प्रमुख ने बदलाव लाने के लिए सकारात्मक पहल की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि नकारात्मक दृष्टि वाले बस संघर्षों और विभाजन की ही सोचते हैं। उन्होंने कहा- ऐसा व्यक्ति राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में बिल्कुल ही उपयोगी नहीं है।फरवरी में संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि वह महात्मा गांधी के कांग्रेस मुक्त भारत के सपने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
अब 3 राज्य (कर्नाटक, पंजाब, मिजोरम) और 1 केंद्र शासित प्रदेश (पुड्डूचेरी) में कांग्रेस की सरकार है।15 राज्यों में भाजपा और 5 राज्यों (जम्मू-कश्मीर, नगालैंड, सिक्कम, बिहार, मेघालय) में उसके सहयोगी दलों की सरकार है।इनके अलावा पांच राज्य (केरल, ओडिशा, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु) और एक केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली में भाजपा और कांग्रेस के अलावा दूसरे दलों की सरकार है।