गुजरात विधानसभा के बजट सेशन में कांग्रेस विधायकों ने जमकर हंगामा किया। कांग्रेस विधायक ने माइक उखाड़कर बीजेपी एमएलए को दे मारा, निशाना चूका तो बेल्ट से पीटा। हाथापाई के दौरान महिला मंत्री समेत 4 जख्मी हो गए। घटना को लेकर सरकार और विपक्ष की ओर से जमकर नारेबाजी हुई।
स्पीकर ने संसदीय गरिमा तोड़ने पर कांग्रेस के 3 विधायकों को सस्पेंड कर दिया। कांग्रेस विधायक साबरमती आश्रम में बच्चों की मौत पर चर्चा की मांग कर रहे थे। मंगलवार को भी कांग्रेस ने हंगामा किया था, उनके 28 विधायक 15 दिन के लिए सस्पेंड हुए थे।
इस सस्पेंशन के विरोध में फिर कांग्रेस विधायकों ने सदन में हंगामा शुरू कर दिया। प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक विक्रम मदाम ने साबरमती आश्रम में दो बच्चों की मौत का मुद्दा उठाया। तभी बीजेपी विधायक प्रदीप सिंह जडेजा ने इसे सदन का वक्त बर्बाद करना बताया।
विक्रम मदाम सरकार से मांग कर रहे थे कि आश्रम के मामले में कमीशन की रिपोर्ट आने पर क्या कदम उठाए गए? लेकिन स्पीकर ने उन्हें इस तरह के मुद्दे उठाने की इजाजत नहीं दी। बाद में अमरीश देव समेत कई कांग्रेस विधायक स्पीकर के फैसले पर सवाल उठाने लगे।
विधानसभा में हंगामे के बीच बीजेपी विधायक जगदीश पांचाल ने कांग्रेस विधायक प्रताप दुधाते से कुछ कह दिया। इस पर दुधाते ट्रेजरी बेंच की ओर दौड़े और टेबल से माइक उखाड़कर पांचाल को मारा, लेकिन निशाना चूक गया। फिर वे पांचाल को बेल्ट से पीटते नजर आए।
कांग्रेस विधायक की इस हरकत पर सदन में मौजूद सभी बीजेपी विधायकों ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई। भारी हंगामे के बीच स्पीकर ने 10 मिनट के लिए कार्रवाई स्थगित कर दी, जिसे बाद में 2.30 बजे तक बढ़ा दिया गया।
स्पीकर ने कांग्रेस विधायक दुधाते और अमरीश देव को 3 साल के सस्पेंड किया। वहीं, बलदेव ठाकोर को सदन में हंगामा करने पर सालभर के लिए सस्पेंड किया। इस कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस ने हंगामा करते हुए वॉकआउट भी किया।
विधानसभा में मारपीट और हंगामे के दौरान मंत्री निर्मला बेन, परेश धानाणी, बलदेव ठाकोर समेत एक अन्य विधायक जख्मी हो गए। इसके बाद स्पीकर राजेंद्र त्रिवेदी ने गांधीनगर के डीएसपी को घटना की जानकारी दी।