पंजाब में एंटी इनकंबेंसी को दूर करने की कोशिश में है कांग्रेस

पंजाब कांग्रेस पार्टी आलाकमान नवजोत सिंह सिद्धू पर मेहरबान नजर आ रहा है और उन्हें जल्दी ही कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है.अगले साल होने वाले पंजाब विधान सभा चुनाव को देखते हुए पार्टी आलाकमान पंजाब में एंटी इनकंबेंसी (सत्ता विरोधी लहर) को दूर करने की कोशिश में है.

इसके लिए कैप्टन अमरिंदर सिंह मंत्रिमंडल में बदलाव हो सकता है. कोऑर्डिनेशन कमेटी ने भी इसकी सिफारिश की है.नवजोत सिंह सिद्धू अभी दिल्ली में मौजूद हैं और हाल ही में उन्होंने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात की थी.

हालांकि सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी नवजोत सिंह सिद्धू से नाराज चल रहे हैं और सोनिया गांधी से अब तक उनकी मुलाकात नहीं हो पाई है.सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस हाईकमान नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब में कैंपेनिंग कमेटी के चीफ का पद देना चाहता है, लेकिन सिद्धू हाईकमान के इस ऑफर से खुश नहीं हैं.

मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गुरुवार को कांग्रेस के हिंदू भाईचारे के नेताओं के साथ 4 घंटे चंडीगढ़ में बैठक की. इस दौरान हिन्दू भाईचारे के नेताओं ने सिद्धू को लेकर  सीएम के सामने अपनी बात रखी.

इसमें तीन मुख्य बातें- 1. पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी चीफ हिन्दू भाईचारे का नेता होना चाहिए.

2. सिद्धू को PPCC चीफ के रूप में स्वीकार नहीं किया जाएगा.

3. आलाकमान को पंजाब के शहरी वोटर को ध्यान में रखना चाहिए.

आलाकामन ने सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा था, लेकिन अभी तक सीएम मे पीसी नहीं की है. इस बीच कयास लगाए जा रहे हैं कि अमरिंदर सिंह एक बार फिर दिल्ली आ सकते हैं और कांग्रेस हाईकमान से उनकी मुलाकात हो सकती है.

अकाली दल के नेता महेश इन्दर सिंह ग्रेवाल ने नवजोत सिंह सिद्धू और कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा पंजाब बर्बाद हो रहा है और कांग्रेस अपनी सीट बचाने में लगी है. कांग्रेस की सरकार फैसले नहीं ले सकती है.

वो सिद्धू को चमका रहे हैं, लेकिन यह कांग्रेस के लिए खतरा होगा. नवजोत सिंह सिद्धू जैसा आदमी देश का नेता नहीं होना चाहिए, क्योंकि उनकी दोस्ती इमरान खान के साथ है, जो हमारे देश के लिए खतरा हो सकता है. यह कांग्रेस को समझना जरूरी है.

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