महाराष्ट्र में शिवसेना ने मुंबई में दशहरा रैली का बड़ा आयोजन किया. इस रैली को शिवसेना के अध्यक्ष और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने संबोधित किया. अपने संबोधन में उन्होंने मोदी सरकार और बीजेपी पर जमकर निशाने साधे. सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा, जो बोलता हूं, वो करके दिखाते हैं.
हमने कई प्राकृतिक आपदा और कोविड से मुकाबला किया. शिव सेना लोगों की आवाज है और इसकी आवाज को कोई नहीं रोक सकता.देवेन्द्र फडनवीस पर कटाक्ष करते हुए कहा सीएम ठाकरे ने कहा लोग कहते हैं कि मैं फिर आऊंगा, मैं फिर आऊंगा. वो कब आएंगे पता ही नहीं.
सत्ता के बजाय जनता जरूरी है. मैं आपके परिवार का हिस्सा हूं. मैं कोई टिप्पणी नहीं करता. मैं आपके लिए बोलता हूं. कई लोग ठाकरे परिवार पर उंगली उठाने की कोशिश करते हैं. कोई ऐसा नहीं है, जो इस तरह से आरोप लगा सके.
सीएम ठाकरे ने कहा कि शिवसेना ने हिंदुत्व की खातिर बीजेपी से गठबंधन किया था. अगर शिव सैनिक मुख्यमंत्री की बात की गई होती तो आज अलग अलग राह नहीं होती. मैं फकीर नहीं कि झोली लेकर चला जाऊं.
ठाकरे ने कहा मेरे लिए हिंदुत्व का मतलब राष्ट्र प्रथम है. जबकि मोहन भागवत जी का विचार कि हिंदुत्व का मतलब सभी के पूर्वज एक होना है. अगर ऐसा है तो बताएं कि आंदोलन कर रहे किसानों और लखीमपुर में मारे गए लोगों के पूर्वज कौन हैं?
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुंद्रा पोर्ट पर करोडो रुपये के नशीली पदार्थ पकड़े गए. उसका कोई हल्ला नहीं हुआ. यहां पर केवल एक चुटकी गांजा पकड़ा तो उसका जमकर ढोल बजाया जा रहा है. वहीं महाराष्ट्र पुलिस ने 150 करोड़ रुपये की ड्रग बरामद की लेकिन कोई हल्ला नहीं किया.
मैं आर्यन खान की बात नहीं कर रहा. मैं युवाओं की बात कर रहा हूं. युवा शक्ति को रोजगार चाहिए लेकिन वे उन्हें काम नहीं दे रहे.CM उद्धव ठाकरे ने सीबीआई और ईडी को लेकर भी बीजेपी पर निशाना साधा. उद्धव ठाकरे ने कहा अगर कोई तुम्हें कुछ कहता है तो उसे शेर की भाषा मे जवाब दो. ईडी, सीबीआई का इस्तेमाल मत करो.
शिवसेना प्रमुख होने के नाते अगर मुझे किसी को धमकी देनी है कि तो मै अपने शिवसैनिको के बल पर धमकी दुंगा ना कि राज्य के मुख्यमंत्री होने के नाते. पुलिस को आगे करना नामर्दगी की निशानी है. ऐसा करना मर्द के लक्षण नही होते. खासकर हिंदुत्व के तो कदापि नही.
उद्धव ने कहा कि इस देश में अक्सर कहा जाता है कि हिंदुत्व खतरे में है. केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने बताया है कि हिंदुत्व खतरे में नहीं हैं. अब हिंदुत्व असलियत में खतरे में है और वो दूसरों से नहीं बल्कि जो नव हिंदु बने हैं. उनसे हिंदुत्व को ज्यादा खतरा हैं.