बिहार में देशी और विदेशी शराब की बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है.अब राज्य में देशी के साथ विदेशी शराब भी उपलब्ध नहीं होगी. बिहार में अब होटल व बार में भी शराब नहीं परोसी जायेगी और इसके लिए लाइसेंस भी नहीं दिया जायेगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में फैसला लिया गया कि अब राज्य में अंग्रेजी शराब की भी बिक्री नहीं होगी.
नीतीश ने कहा कि मैं राज्य में शराबबंदी के लिए माहौल बनने का इंतजार कर रहा था और चार दिन में राज्य में शराब के खिलाफ बने अच्छे माहौल के बाद हमने यह निर्णय ले लिया है.उन्होंने शराबबंदी के फैसले के लिए महिलाओं को धन्यवाद दिया और उनके प्रयासों की तारीफ की.शराब के मामले में अब बिहार पूरी तरह ड्राय स्टेट हो गया है.
गुजरात, नागालैंड व मिजोरम के बाद बिहार देश का ऐसा चौथा राज्य है. हालांकि राज्य में आर्मी कैंटिन पर शराब की ब्रिकी जारी रहेगी.मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में हमने नयी शराब नीति बनायी है. लोगों ने हमारे इस फैसले का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि इस फैसले के माध्यम से बिहार में सामाजिक परिवर्तन की बुनियाद रखी जा चुकी है.