मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि राज्य सरकार झारखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत वर्ष 2017 तक 3,000 किलोमीटर सड़क का निर्माण करेगी और इस कार्य पर केंद्र सरकार 868 करोड़ रुपये और राज्य सरकार 579 करोड़ रूपये खर्च करेगी.सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, मुख्यमंत्री ने शुक्रवार गिरिडीह में एक कार्यक्रम में यह बात कही और कहा कि राज्य का बुनियादी ढांचा ठीक किये बगैर विकास संभव नहीं है.
राज्य में अबतक सर्वांगीण और समावेशी विकास नहीं हो पाया है. हमें तेजी से इस ओर आगे बढ़ना है. यह कार्यक्र म उसी कड़ी का एक हिस्सा है. वे शुक्रवार गिरिडीह के झंडा मैदान में ग्रामीण विकास विभाग द्वारा ग्रामीण पथों एवं पुलों का एकीकृत शिलान्यास एवं लोकापर्ण कार्यक्र म में बोल रहे थे.दास ने कहा कि राज्य सरकार गुणवत्ता पूर्ण विकास हेतु कार्य कर रही है. इस कार्य में किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जायेगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि नवंबर तक गिरिडीह के अभ्रक की नीलामी सुनिश्चित की जायेगी ताकि यहां के लोगों को रोजगार प्राप्त हो सके. राज्य की संस्कृति को संभाल कर रखने वाले आदिवासी समुदाय के सभी सरना स्थलों का सौंदर्यीकरण किया जायेग ताकि वि के लोग हमारी प्राचीन संस्कृति और परंपराओं से अवगत हो सकें.
इसके लिए जल्द डीपीआर तैयार होगा. दास ने कहा कि गिरिडीह के बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए केंद्रीय विद्यालय का निर्माण होगा.रघुबर दास ने कहा कि राज्य के सभी गांवों को पंचायत से, पंचायत को प्रखंड से और प्रखंड को जिला मुख्यालय से जोड़ना है. इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में 2019 तक 16,100 किलोमीटर सड़क का निर्माण होगा. निर्माण कार्य में गुणवत्ता को लेकर समझौता नहीं होगा.
दास ने ग्रामीण विकास विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि सड़क निर्माण में अभियंताओं की जिम्मेदारी तय करें. अभियंता निर्माण प्रक्रि या के तहत हर दिन की रिपोर्ट मुख्यालय भेजें. निर्माण में गुणवत्ता लाने के लिए टास्क फोर्स का गठन हो. गांव के लोग भी संवेदकों के साथ रहकर उनके कार्य करने के तरीके को जानें और खुद संवदेक की भूमिका में सामने आयें.
उन्होंने इस अवसर पर आह्वान करते हुये कहा कि समाज से भटके हुए लोग मुख्यधारा से जुड़ें और आत्मसर्मपण करें. राज्य सरकार विकास चाहती है. अब सरकार गांव तक जा कर गामीणों के अनुसार योजनाओं का निर्माण कर रही है. गांव वाले अगले तीन वर्ष की योजना अपने गांव को विकसित करने के लिए तैयार करें.
दास ने कहा कि राज्य की ताकत गांव में बसती है. गांव की ताकत को साथ लेकर हमें आगे बढ़ना है. उन्होंने कहा कि गिरिडीह में गंदगी का अंबार है. जिला के उपायुक्त को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है. साथ ही यहां के लोगों को भी अपनी सकारात्मक भूमिका अपने शहर को साफ रखने में निभानी होगी.
गामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने इस अवसर पर कहा कि सरकार की मंशा है गांव का विकास कर लोगों को सुविधा प्रदान करना. राज्य सरकार गांव के विकास में ध्यान दे रही है, क्योंकि गांव के विकास में ही राज्य का विकास निहित है. इसलिए राज्य सरकार का प्रयास है कि पहाड़ों पर बसने वालों तक सड़क पहुंचे. उसी के निमित्त योजनाओं का निर्माण हो और ग्रामीणों तक सुविधाएं पहुंचे, इसका प्रयास सरकार कर रही है.मुंडा ने कहा कि राज्य सरकार की सकारात्मक कार्यपण्राली का परिणाम है कि मनरेगा के कार्य में लोगों का विास बढ़ा है.