सीजेआई दीपक मिश्रा आज फिर करेंगे 4 जजों से मुलाकात

सीबीआई के जज बीएच लोया की मौत के मामले को अब सुप्रीम कोर्ट में एक अलग बेंच सुनवाई करेंगी. पहले यह कहा जा रहा था कि इस मामले से जुड़ी किसी भी याचिका पर सुप्रीम कोर्ट अब कोई सुनवाई नहीं करेगी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट में आंतरिक विद्रोह के चलते यह फैसला लिया गया है कि अब इस मामले की सुनवाई के लिए एक विशेष बेंच करेगी.

सुप्रीम कोर्ट वेबसाइट पर जारी एक आदेश में साफ कहा गया है कि जिस्टिस लोया की मौत से जुड़े मामले की सुनवाई को उचित पीठ के सामने रखा जाना चाहिए. कोर्ट के जानकार बताते हैं कि अब एक नई बेंच का गठन कर मामले की सुनवाई की जाएगी. भी तक इस मामले की सुनवाई जस्टिस अरुण मिश्रा कर रह थे.

कहा तो यह भी जा रहा है कि कोर्ट ने यह फैसला इस वजह से लिया है कि जब भी इस मामले को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया था, तब जस्टिस अरुण मिश्रा की बेंच ने इसे नहीं सुना था. जिस वजह से अब यह मामला जस्टिस मिश्रा की बेंच से हटाकर किसी और बेंच को दिया जा सकता है.सुप्रीम कोर्ट चार वरिष्ठ जजों द्वारा कोर्ट प्रशासन के कामकाजों पर सवाल उठाया था.

उन जजों की प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक मुद्दा जस्टिस लोया की मौत से जुड़ा भी था. जजों ने अपनी नाराजगी की एक वजह में बताया कि सीजेआई दीपक मिश्रा ने जस्टिस लोया की मौत से जुड़ें मामले में को जस्टिस अरुणा मिश्रा को सौंप दिया है, जो कि सही नहीं है.बता दें कि जस्टिस बीएच लोया की मौत 1 दिसंबर, 2014 में हुई थी.

उस समय जस्टिस लोया सोहराबुद्दीन मुठभेड़ केस की सुनवाई कर रहे थे और इस मामले में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह आरोपी थे. हालांकि बाद में अमित शाह को इस मामले में निर्दोष पाते हुए बरी कर दिया गया था. जस्टिस मिश्रा एक समारोह में गए हुए थे जहां उनकी मौत हो गई थी. उनकी मौत को लेकर चर्चा चली कि जस्टिस लोया की हत्या हुई है.

इसी मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है.प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा ने मंगलवार को सर्वोच्च न्यायालय के असंतुष्ट न्यायाधीशों से मुलाकात की और मामलों के आवंटन को लेकर पैदा हुए विवाद को सुलझाने की कोशिश की. सूत्रों ने बताया कि सीजेआई ने मंगलवार सुबह न्यायाधीशों के लाउंज में चाय के दौरान न्यायमूर्ति जे. चेलमेश्वर, रंजन गोगोई, मदन बी. लोकुर और कुरियन जोसेफ से अलग से मुलाकात की.

करीब 15 मिनट तक यह बातचीत हुई. सूत्रों ने कहा कि बैठक के दौरान न्यायमूर्ति मिश्र और असंतुष्ट न्यायाधीशों ने सभी लंबित मुद्दों, विवाद के विषय और मतभेदों पर चर्चा की. लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकाला. सूत्र बताते हैं कि सीजेआई मामले को हल करने के प्रयास में आज फिर सभी जजों से मुलाकात करेंगे. सोमवार को ऐसा लगा कि मामला सुलझ गया है, क्योंकि अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने कहा कि 12 जनवरी की घटना चाय की प्याली में तूफान थी और सबकुछ सुलझ गया है.

Check Also

आरबीआई ने सभी क्रेडिट सूचना कंपनियों को दिया एक आंतरिक लोकपाल नियुक्त करने का निर्देश

आरबीआई ने सभी क्रेडिट सूचना कंपनियों को 1 अप्रैल, 2023 तक एक आंतरिक लोकपाल नियुक्त करने …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *