यूपी पुलिस को बिना बताए Zee News के एंकर रोहित रंजन को छत्तीसगढ़ की पुलिस ने गिरफ्तार करने की कोशिश की. रोहित रंजन गाजियाबाद के इंदिरापुरम में रहते हैं. छत्तीसगढ़ पुलिस उनके घर के अंदर पहुंची और उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश की.रोहित रंजन ने इस बारे में ट्वीट करके बताया भी.
उन्होंने लिखा बिना लोकल पुलिस को जानकारी दिए छत्तीसगढ़ पुलिस मेरे घर के बाहर मुझे अरेस्ट करने के लिए खड़ी है. क्या ये कानूनन सही है. इसपर गाजियाबाद पुलिस ने भी ट्वीट किया है.पुलिस की ओर से लिखा गया प्रकरण स्थानीय पुलिस के संज्ञान में है. थाना इंदिरापुरम पुलिस मौके पर है. नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी.
छत्तीसगढ़ की पुलिस सुबह 5 बजे के करीब रोहित रंजन के घर पर पहुंची. रोहित जिस सोसाइटी में रहते हैं वहां का सिक्योरिटी गार्ड पुलिस को रोकता रहा, लेकिन छत्तीसगढ़ पुलिस ने गुंडागर्दी की. पुलिस ने गार्ड का फोन छीना और गालीगलौज की.गार्ड ने पूछा तो उन्होंने पहचान नहीं बताई.
रोकने के बावजूद छत्तीसगढ़ पुलिस के 10-15 सदस्य बिना वर्दी के रोहित रंजन को गिरफ्तार करने पहुंचे. जिस वक्त पुलिस पहुंची उस समय रोहित रंजन का परिवार सोया था. पुलिस जबरन ड्राइंग रूम में घुसी और घंटों वहां बैठी रही. रोहित के घर के सामान को तहस-नहस किया गया.
इस पूरे घटनाक्रम के बाद छत्तीसगढ़ पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं. आखिर बिना आई कार्ड और वर्दी के वह कैसे घर में घुसी?छत्तीसगढ़ पुलिस की कार्रवाई पर बीजेपी के प्रवक्ता अमित मालवीय ने ट्वीट किया है.
उन्होंने लिखा एनसीआर में काम करने वाले पत्रकारों को निशाना बनाने के लिए कांग्रेस बेशर्मी से राजस्थान और छत्तीसगढ़ पुलिस का इस्तेमाल करती है. आप किसी की राय से असहमत हो सकते हैं, लेकिन उन्हें इस तरह डराना #इमरजेंसी की याद दिलाता है. कांग्रेस लोकतंत्र पर धब्बा है.