शक्ति की भक्ति और आराधना का पर्व नवरात्र शुरू हो गया है, आज नवरात्र का पहला दिन है. नौ दिन भक्त देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा करते हैं. पहले दिन स्थापना के बाद पूजा-पाठ और हवन होता है. पहले दिन मां शैलपुत्री रूप की आराधना की जाती है. नवरात्र के पहले दिन देशभर के मंदिरों में भक्तों की भीड़ देवी दर्शन के लिए उमड़ रही है, सुबह से ही लोग मंदिरों में पहुंच रहे हैं.
मंदिरों के बाहर भक्तों की लंबी लाइन लगी है, लोग देवी से मनोकामना पूरी करने का आशीर्वाद मांग रहे हैं. आज से ही हिंदू नव वर्ष की भी शुरुआत हो गई है. लोगों में पर्व को लेकर खासा उत्साह है. शैलपुत्री नवदुर्गाओं में प्रथम हैं पर्वतराज हिमालय के घर जन्म लेने से इनका नाम शैलपुत्री पड़ा. इनका विवाह भगवान शंकर से हुआ था. नवरात्र के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती हैं, मां शैलपुत्री के दाहिने हाथ में त्रिशूल और बाएं हाथ में कमल सुशोभित है.
नवरात्र के नौं दिनों में मां के अलग-अलग रुपों की पूजा की जाती हैं आज ही के दिन से मां वैष्णों के दरबार में उनके भक्तों की अथाह भीड़ होने लगती हैं, भक्तों की लम्बी कतार मां के दर्शन के लिए घण्टों लाइन में खड़े होकर प्रतिक्षा करते हैं. शैलपुत्री मां पार्वती का ही अवतार हैं, दक्ष के यज्ञ में भगवान शिव का अपमान होने के बाद सती योगाग्नि में भस्म हो गई थी.