भारत के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य लोग तमिलनाडु के कुन्नूर में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवा दी।भारतीय वायुसेना और अन्य अधिकारियों ने कहा कि जनरल रावत और उनके दल को ले जा रहा हेलीकॉप्टर संभवत: धुंध वाली मौसमी परिस्थितियों में दुर्घटना का शिकार हुआ।
इस दुर्घटना में डीएसएससी के डायरेक्टिंग स्टाफ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह एससी घायल हैं और फिलहाल सैन्य अस्पताल, वेलिंगटन में उनका उपचार चल रहा है। पीड़ितों के पार्थिव शरीर को बृहस्पतिवार सुबह कोयंबटूर से हवाई मार्ग से नई दिल्ली ले जाया जाएगा। इससे पहले कल वेलिंगटन में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी।
वायुसेना ने एक ट्वीट में कहा बहुत ही अफसोस के साथ इसकी पुष्टि हुई है कि दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत, श्रीमती मधुलिका रावत और 11 अन्य की मृत्यु हो गई है। जनरल बिपिन रावत डिफेंस सर्विसेज स्टॉफ कॉलेज जा रहे थे जहां उन्हें शिक्षकों एवं छात्रों को संबोधित करना था।
वायुसेना ने कहा कि एमआई-17वीएच हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ है और इस हादसे के कारण का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए गए हैं। हेलीकॉप्टर ने कोयंबटूर के पास सुलुर वायुसेना अड्डे से उड़ान भरी थी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दुर्घटना के बारे में जानकारी दी है और वायुसेना प्रमुख को दुर्घटनास्थल पर पहुंचने के लिये कहा गया है।
सिंह जनरल रावत के आवास पर भी गये और उनकी बेटी से बात की। आधिकारिक सूत्रों और यहां के एक स्थानीय प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार कोहरे की स्थिति में हेलीकॉप्टर कम ऊंचाई पर उड़ रहा था, और यहां एक घाटी में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हेलीकॉप्टर पेड़ों से टकराते हुए जमीन पर गिरा और गिरते ही उसमें आग लग गई।
एक प्रत्यक्षदर्शी पेरुमल ने बताया कि हेलीकॉप्टर गिरते समय एक मकान से भी टकराया।हालांकि घर में हादसे के वक्त किसी के नहीं रहने से कोई हताहत नहीं हुआ लेकिन मकान को इससे नुकसान हुआ। उन्होंने बताया कि आग में झुलसे दो व्यक्ति हेलीकॉप्टर से नीचे गिर गए।
हेलीकॉप्टर वन क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हुआ जिससे पेड़ों को नुकसान पहुंचा और बाद में लगी आग के कारण वे जलकर राख हो गए। स्थानीय लोग घायलों को बचाने के लिए मदद के वास्ते सबसे पहले पहुंचे।हालांकि वे आग की भीषण लपटों के कारण पीड़ितों की मदद नहीं कर सके और उन्होंने अधिकारियों को सूचित किया।
यह त्रासदी और बड़ी हो सकती थी अगर हेलीकॉप्टर मानव बस्ती से कुछ दूर नही गिरा होता।इस बीच पुलिस और रक्षा सूत्रों ने कहा कि बृहस्पतिवार को मद्रास रेजिमेंट सेंटर में श्रद्धांजलि कार्यक्रम होगा जिसमें स्टालिन और वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी समेत अन्य शीर्ष अधिकारियों के शामिल होने की उम्मीद है।
हादसे में ब्रिगेडियर एल एस लिड्डर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पीएस चौहान, स्क्वाड्रन लीडर के सिंह, जूनियर वारंट आफिसर दास, जूनियर वारंट आफिसर ए प्रदीप, बीएस तेजा, जितेंद्र कुमार, विवेक कुमार, गुरुसेवक सिंह और सतपाल राय की मौत हो गई।
सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी ने दिवंगत जनरल बिपिन रावत श्रद्धांजलि अर्पित की। बैठक में नए सीडीएस को लेकर भी चर्चा हुई। थलसेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे नए सीडीएस हो सकते हैं। नए सीडीएस की नियुक्ति के लिए जल्दी ही कैबिनेट की नियुक्तिसंबंधी समिति की बैठक होगी।
उधर जनरल बिपिन रावत व उनकी पत्नी मधुलिका रावत का पार्थिव शरीर बृहस्पतिवार को दिल्ली पहुंचेगा। इसके बाद शुक्रवार को दिल्ली में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अतिम संस्कार किया जाएगा।शाम को प्रधानमंत्री निवास पर सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक हुई, जिसमें दो मिनट का मौन रखकर जनरल रावत और अन्य मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
सूत्रों का कहना है कि नए सीडीएस को लेकर भी चर्चा शुरू हो गई। इस वक्त तीनों सेना प्रमुखों में थल सेना प्रमुख जनरल नरवणे सबसे वरिष्ठ हैं। वायु सेना प्रमुख एयर मार्शल बीआर चौधरी की नियुक्ति सितम्बर में और नौसेना प्रमुख एडमिरल हरि कुमार की नियुक्ति नवम्बर में ही हुई।
नियमानुसार तीनों सेना प्रमुख में से जो सबसे वरिष्ठ होगा, उसे सीडीएस बनाया जाएगा।तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है।ग्रुप कैप्टन वरुण जनरल विपिन रावत को रिसीव करने के बाद उनके साथ सुलुर से वेलिंगटन जा रहे थे। इसी दौरान यह हादसा हुआ है।
इसी साल स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। आपात स्थिति में तेजस विमान की सफल लैंडिंग पर उन्हें यह सम्मान मिला था। इनके पिता भी सेना के रिटायर कर्नल हैं।