सीबीआई ने कहा कि मध्य प्रदेश के व्यापमं घोटाले में शिवराज सिंह चौहान सरकार को अभी क्लीनचिट नहीं मिली है.इससे पहले मीडिया में खबरें आई थीं कि व्यापमं घोटाले में सीबीआई को किसी राजनीतिक साजिश के सबूत नहीं मिले हैं. इस कारण शिवराज और उनकी सरकार को राहत मिल सकती है.कयास था कि सीबीआई को घोटाले में मुख्यमंत्री और उनकी फैमिली के लोगों के शामिल होने के कोई सबूत नहीं मिले हैं. अब उन्हें क्लीनचिट मिल जाएगा.
इस घोटाले में व्यवसायिक परीक्षा मंडल के तहत होने वाली मेडिकल और अन्य भर्ती परीक्षाओं में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी के आरोप हैं. खबर थी कि घोटाले के 155 केस में से ज्यादातर जूनियर लेवल के हैं.व्यापमं घोटाले में पैसे लेकर कई नेताओं और अधिकारियों पर आरोप लगे कि उन्होंने कई कैंडिडेट को मेडिकल परीक्षा में पास करा दी और नौकरी लगवा दी. इस मामले में राज्यपाल रामनरेश यादव पर भी आरोप लगे थे. इस घोटाले से जुड़े 40 से अधिक लोगों की मौत हो गई. इनमें से 17 मौतों की जांच सीबीआई भी कर रही है.
सीबीआई ने बुधवार को एक प्रेस नोट जारी कर कहा कि घोटाले की जांच अभी भी चल रही है अौर जांच एजेंसी किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंची है. सीबीआई इस मामले में छह चार्जशीट अदालत में फाइल कर चुकी है.गौरतलब है कि इस घोटाले में मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षामंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा समेत व्यापमं के अधिकारी पंकज त्रिवेदी और नितिन महिंद्रा जेल जा चुके हैं. व्यापारी सुधीर शर्मा और कांग्रेस नेता संजीव सक्सेना को भी एसटीएफ ने जेल भेजा था. पंकज त्रिवेदी और नितिन महिंद्रा को छोड़कर ज्यादातर बड़े आरोपी जमानत पर रिहा हो गए हैं.सीएम के पूर्व निजी सचिव प्रेम प्रसाद भी आरोपी हैं.