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सीबीआई ने दर्ज किया यूपी के गाजियाबाद की सिंभावली शुगर्स कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी का केज

यूपी के गाजियाबाद की सिंभावली शुगर्स कंपनी के खिलाफ सीबीआई ने 97 करोड़ के लोन नहीं चुकाने के आरोप में केज दर्ज किया। ऑरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (ओबीसी) ने इसकी शिकायत जांच एजेंसी से की थी। सीबीआई ने रविवार को कार्रवाई करते हुए शुगर कंपनी के दिल्ली, हापुड़, नोएडा समेत 8 ठिकानों पर छापे मारे।

बैंक ने शनिवार को भी दिल्ली के ज्वेलर द्वारका दास सेठ इंटरनेशनल के खिलाफ 390 करोड़ के लोन डिफॉल्ट का केस दर्ज कराया था।बता दें कि पिछले दिनों पीएनबी में 11,356 करोड़ के फ्रॉड का खुलासा हुआ है। जिसमें जांच एजेंसियों हीरा कारोबारी नीरव मोदी और गीतांजलि जेम्स के मालिक मेहुल चौकसी और अन्य के खिलाफ कार्रवाई कर रही हैं।

ओबीसी की शिकायत पर सीबीआई ने सिंभावली शुगर्स, कंपनी के सीएडी गुरमीत सिंह मान, डिप्टी एमडी गुरुपाल सिंह को आरोपी बनाया है। छापेमारी के साथ सीबीआई ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।शुगर कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक, इसकी शुरुआत 1933 में सरदार रघबीर सिंह संधनवालिया ने की थी। कंपनी के यूपी में सिंभावली, चिलवारिया, ब्रिजनाथपुर में तीन शुगर कॉम्पलेक्स हैं।

ओबीसी की शिकायत पर शनिवार को भी सीबीआई ने दिल्ली की कंपनी द्वारका दास सेठ इंटरनेशनल और इसके निदेशकों पर 390 करोड़ लोन नहीं चुकाने का केस दर्ज किया।इस मामले में हीरा, सोना और चांदी की ज्वेलरी का कारोबार करने वाली कंपनी से जुड़े सभ्य सेठ, रीता सेठ, कृष्ण कुमार सिंह और रवि कुमार सिंह आरोपी बनाया गया है। 

जांच में सीबीआई को पता चला कि ओबीसी ने दुबई के एक फर्जी बैंक के क्रेडिट नोट पर भी सभ्य सेठ को करोड़ों रुपए दे दिए थे। सभ्य के फरार होने के बाद ओबीसी ने जब दुबई के उन बैंकों और ग्राहकों से संपर्क साधा, जिनके नाम पर क्रेडिट नोट जारी हुए थे, तब पता चला कि क्रेडिट नोट जारी करने वाला बैंक और खरीदार पते पर मौजूद नहीं हैं।

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