भाजपा के मौजूदा अध्यक्ष अमित शाह का फिर से पार्टी अध्यक्ष बनना लगभग तय माना जा रहा है। उम्मीद है 2019 के चुनाव तक बीजेपी की कमान अमित शाह के ही हाथ में रहेगी। अभीतक पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह का कार्यकाल संभाल रहे अमित शाह को इस माह के अंत में फिर से पार्टी का अध्यक्ष बनाया जाना लगभग तय है। तमाम मीडिया हलकों में आ रही खबरों के अनुसार अमित शाह के नाम पा आरएसएस की हरी झंडी पहले ही मिल चुकी है। इसके साथ ही मंत्रिमंडल में बड़ी फेरबदल की भी उम्मीद है।
हालांकि चार बड़े मंत्रायल, गृह, रक्षा, वित्त और विदेश मंत्रालय में कोई फेरबदल नहीं किया जायेगा। लेकिन कुछ मंत्रालयों में नये चेहरे को शामिल किये जाने की उम्मीद है। 23 जनवरी को अमित शाह का मौजूदा कार्यकाल समाप्त हो रहा है। भाजपा प्रदेश स्तर की कमिटी का चुनाव इस माह के अंत तक संपन्न होने की उम्मीद है। उसके बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चयन होगा।
हालांकि अमित शाह की अगुवाई में भाजपा को दिल्ली और बिहार में बड़ी हार का सामना करना पड़ा है, फिर भी पीएम नरेंद्र मोदी का उनपर अटूट विश्वास है। पार्टी और आरएसएस ने हार के लिए अमित शाह को जिम्मेवार भी नहीं ठहराया है। पार्टी के बड़े नेता अमित शाह के कामकाज से संतुष्ट हैं और उन्हें दुबारा अघ्यख के रूप में देखना चाहते हैं. अमित शाह सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुने जा सकते हैं।