बुलंदशहर जनपद में उपद्रवी भीड़ द्वारा की गई हिंसा और इस दौरान मचे बवाल के दौरान स्याना थाने के इंस्पेक्टर की हुई हत्या के बाद यूपी पुलिस ने बीती रात जनपद और आसपास के क्षेत्रों में छापेमारी की. इस छापेमारी के दौरान पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार भी किया है.
पुलिस ने इस मामले के संदर्भ में एफआईआर भी दर्ज की है, जिसमें 7 से 8 लोगों का नाम है. बताया जा रहा है कि इन सभी लोगों की पहचान की जा चुकी है. इनके अलावा और भी लोग हैं, जिनकी पहचान की जा रही है.वहीं, इंस्पेक्टर सुबोध की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई हैं.
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आया हैै कि कोतवाल की गोली लगने से मौत होने की हुई पुष्टि है. बुलंदशहर के डीएम ने भी इस बात की पुष्टि की है कि कोतलाव के सिर में गोली लगी थी.यह बात भी सामने आई है कि उपद्रवी शहीद कोतवाल सुबोध कुमार की सरकारी पिस्टल भी लूटकर ले गए थे.
जिले में तनाव को देखते हुए धारा 144 लागू गई है.वहीं, सुबह पुलिस लाईन में शहीद इंस्पेक्टर सुबोध कुमार को अंतिम स्लामी दी गई. इस दौरान प्रदेश के आला पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे. श्रद्धांजलि के बाद शहीद इंस्पेक्टर का पार्थिव शरीर उनके एटा जिले के तरगवां गांव स्थित पैतृक घर ले जाया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि शहीद कोतवाल दादरी के बिसाहड़ा कांड के जांच अधिकारी भी रहे थे. वह अखलाक हत्याकांड के समय जारचा थाने के कोतवाल थे. बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुलन्दशहर में हुई हिंसा पर दुख व्यक्त किया और इस घटना में शहीद हुए पुलिस इंस्पेक्टर के परिजन को कुल 50 लाख रूपये की सहायता का ऐलान किया है.
मुख्यमंत्री ने दो दिन के अंदर मामले की जांच कर रिपोर्ट देने के आदेश भी दिया है. मुख्यमंत्री ने इस सिलसिले में देर रात एक बयान जारी किया.उन्होंने बुलन्दशहर के चिंगरावठी इलाके में गोवंशीय पशुओं के अवशेष मिलने को लेकर उग्र भीड़ द्वारा की गयी हिंसा में स्याना के कोतवाल इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह तथा स्थानीय निवासी सुमित की मृत्यु पर गहरा दुःख व्यक्त किया.
उन्होंने शहीद पुलिस अफसर की पत्नी को 40 लाख रूपए और उनके माता-पिता को 10 लाख रूपये की सहायता की घोषणा की. साथ ही आश्रित परिवार को असाधारण पेंशन और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का भी ऐलान किया.
योगी ने अपर पुलिस महानिदेशक (अभिसूचना) एसबी शिरडकर को तत्काल मौके पर जाकर दो दिन में पूरे मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने यह भी निर्देशित किया है कि जांच रिपोर्ट में घटना के कारणों तथा दोषी व्यक्तियों का विवरण भी शामिल किया जाए.