प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत-यूरोपीय संघ (ईयू) शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए 30 मार्च को ब्रसेल्स जाएंगे। मोदी बेल्जियम की राजधानी में मंगलवार को हुए सिलसिलेवार धमाकों के बावजूद शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए ब्रसेल्स जाएंगे। ब्रसेल्स में मंगलवार को हुए सिलसिलेवार धमाकों में कम से कम 34 लोगों की मौत हुई है और 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं। भारत ने ब्रसेल्स की मोदी की यात्रा की घोषणा की। यह अमेरिका और सऊदी अरब समेत तीन देशों के दौरे का हिस्सा है। भारत ने ब्रसेल्स के हवाई अड्डे और मेट्रो प्रणाली पर हमले की जोरदार निंदा की है, जिसमें दो भारतीय घायल हुए हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा, ‘हम कठोरतम शब्दों में हमले की निंदा करते हैं। हम बेल्जियम की सरकार और लोगों के साथ एकजुट हैं। हम पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करते हैं। आतंकवाद एक वैश्विक समस्या है और बेल्जियम में हमला एकबार फिर एकजुट होकर इसका मुकाबला करने की आवश्यकता को रेखांकित करता है।’ प्रधानमंत्री 13वें भारत-ईयू शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए ब्रसेल्स जा रहे हैं। यह सम्मेलन पिछली बार 2012 में हुआ था।
भारत-ईयू के संबंधों में कुछ तनाव देखने को मिला जब 28 सदस्यों वाले समूह ने मोदी की संक्षिप्त ब्रसेल्स यात्रा के लिए नई दिल्ली के प्रस्ताव का जवाब नहीं दिया। मोदी पिछले साल अप्रैल में अपनी फ्रांस, जर्मनी और कनाडा यात्रा के दौरान थोड़े समय के लिए ब्रसेल्स जाना चाहते थे। ब्रसेल्स में ईयू का मुख्यालय है। ब्रसेल्स मोदी की यात्रा में पहला पड़ाव होगा। वहां से वह परमाणु सुरक्षा शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए वाशिंगटन जाएंगे और तब रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण खाड़ी क्षेत्र में भारत के महत्वपूर्ण साझीदार सऊदी अरब की द्विपक्षीय यात्रा पर जाएंगे।
यूरोपीय संघ भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक सहयोगी है और दोतरफा कारोबार 2013-14 में 101.5 अरब डॉलर का रहा।भारत और ईयू 2004 से रणनीतिक भागीदार रहे हैं और दोनों पक्ष मुक्त व्यापार वार्ता समझौता पर मुहर लगाए जाने की उम्मीद कर रहे हैं। यह वार्ता 2007 में शुरू हुई थी।स्वरूप ने कहा कि भारत-ईयू शिखर सम्मेलन का लक्ष्य भारत-ईयू के बीच रणनीतिक भागीदारी को प्रगाढ़ बनाना और भारत की वृद्धि और विकास के लिए प्राथमिकता के क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाना है।
मोदी अपने बेल्जियम के समकक्ष चार्ल्स माइकल के साथ द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। यूरोपीय संघ में बेल्जियम भारत का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है।स्वरूप ने कहा, ‘दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच द्विपक्षीय बैठक में आर्थिक भागीदारी को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।’ ब्रसेल्स से मोदी 31 मार्च को चतुर्थ परमाणु सुरक्षा शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए वाशिंगटन रवाना होंगे।