आज से भारत में फ्रंट लाइन वर्कर्स और 60 साल से अधिक उम्र के कोमोरबिड लोगों के लिए प्रीकॉशन डोज़ वैक्सीनेशन कार्यक्रम शुरू हो गया है।कोरोना संक्रमण के बाद अब देश, विदेश में नए वैरिएंट के आने से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। कोरोना वैक्सीन के बाद अब नए वैरिएंट से बचने के लिए बूस्टर डोज शुरू हो गई है।
कोविड महामारी की बढ़ती तीसरी लहर के बीच, दिल्ली में सोमवार को 60 वर्ष या अधिक उम्र के लोगों, स्वास्थ्य कर्मियों और अग्रिम मोर्चे के कर्मियों को कोविड टीके की तीसरी या एहतियाती खुराक देने की शुरूआत की गई। तीसरी खुराक इस श्रेणी के उन लोगों को दी जा रही है जिन्होंने नौ महीने पहले टीके की दूसरी खुराक ली थी।
ऐसे करीब तीन लाख लोग सोमवार से तीसरी खुराक प्राप्त करने के पात्र हैं।लाभार्थियों को उसी टीके की खुराक दी जाएगी जो उन्हें 39 हफ्ते पहले लगाया गया था। उन्हें मौजूदा कोविन अकाउंट का इस्तेमाल करते हुए स्लॉट बुक करना होगा।दिल्ली में 15 से 17 आयु वर्ग के लगभग 2.4 लाख लाभार्थियों को अब तक पहली खुराक मिल चुकी है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल 16 जनवरी से शुरू हुए टीकाकरण अभियान के बाद से अब तक शहर में 2.75 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं। 1.16 करोड़ लोगों को टीके की दोनों खुराकें मिल चुकी हैं।उत्तराखंड में बूस्टर डोज की शुरूआत 10 जनवरी से हो रही है। इसके लिए पहले 60 आयु वर्ग के ऊपर वाले लोगों का टीकाकरण होगा।
टीकाकरण केंद्र में स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां चाक-चौबंद हैं।बूथों पर 20 प्रतिशत वैक्सीन तीसरी डोज के लिए उपलब्ध होगी। इसके लिए पहले हेल्थ वर्कर और फ्रंट लाइन में कार्य कर रहे लोगों का टीकाकरण होगा। इस डोज को लगाने से पहले उनके पास कोरोना वैक्सीन के नौ महीने पूरे होना वाला सर्टिफिकेट का होना अनिवार्य है।
बिना नौ महीने पूरे करने वालों को यह डोज नहीं लगाई जाएगी।यह डोज अभी 60 आयु वर्ग के ऊपर वाले लोगों को लगाई जा रही है।तमिलनाडु में सोमवार को 4 लाख लोग बूस्टर वैक्सीन की खुराक के पात्र हैं। ये घोषणा तमिलनाडु के स्वास्थ्य विभाग ने की है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने रविवार को एक बयान में कहा कि जनवरी में राज्य में 10.7 लाख लोग बूस्टर खुराक लगवा सकते हैं।
लाभार्थियों में 2.7 लाख फ्रंटलाइन कार्यकर्ता, 2.7 लाख स्वास्थ्य कार्यकर्ता और 60 साल से ज्यादा उम्र के 5 लाख लोग शामिल हैं।बयान में कहा गया कि तमिलनाडु में वैक्सीन की 91 लाख खुराकें हैं और भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों और दिशानिर्देशों के अनुसार, 9.1 लाख लाभार्थियों को कोविशील्ड दी जाएगी, जबकि 1.5 लाख को कोवैक्सिन दी जाएगी।
राज्य के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से कोविन पोर्टल पर जाने और बूस्टर खुराक के लिए उनकी पात्रता की जांच करने और फिर उन केंद्रों से संपर्क करने का आहवान किया, जहां से उन्होंने कोरोना वैक्सीन की पहली दो खुराक ली है। उनके अनुसार बूस्टर डोज भी सरकारी या किसी निजी अस्पताल के अंतर्गत आने वाले सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बेंगलुरु के श्री अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए प्रीकॉशन डोज़ वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत की।
गुजरात के स्वास्थ्य विभाग ने भी अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और स्वास्थ्य कर्मियों के साथ-साथ गंभीर बीमारी से पीड़ित 60 वर्ष या इससे ज्यादा उम्र के लोगों को कोविड रोधी टीके की एहतियाती (तीसरी) खुराक देनी शुरू कर दी। विभाग का लक्ष्य नौ लाख पात्र लोगों को तीसरी खुराक देना है।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, अभियान की शुरुआत के दौरान मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल राजधानी गांधीनगर के एक शहरी स्वास्थ्य केंद्र में मौजूद थे।विज्ञप्ति में बताया गया है कि लगभग नौ लाख पात्र लोगों को करीब 3,500 टीकाकरण केंद्रों पर एहतियाती खुराक दी जाएगी, जहां 17,000 से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों को इस काम में लगाया गया है।