भारतीय किसान यूनियन नेता नरेश टिकैत ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर को पिंजरे का तोता बताया है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार चाहे तो इस आंदोलन को खत्म करवा सकती है, जिसके लिए उन्होंने राजनाथ सिंह से मध्यस्थता कराने की बात कही है.
बागपत पहुंचे टिकैत ने कहा कि राजनाथ सिंह की बात पर किसान विश्वास करते हैं और उनके द्वारा मध्यस्थता करने पर इस आंदोलन का हल निकल सकता है. इसके साथ ही उन्होंने साफ कहा कि जब तक कोई समाधान नहीं होता किसान दिल्ली से वापस नहीं लौटेंगे.
किसान अपनी पीड़ा लेकर केंद्र सरकार की चौखट पर बैठे हैं, लेकिन सरकार किसानों के साथ बदले की भावना के तहत व्यवहार कर रही है. सरकार लगातार हठधर्मिता दिखा रही है.नरेश टिकैत ने साफ किया कि भारतीय किसान यूनियन चुनाव नहीं लड़ेगा.
उन्होंने कहा कि न तो भारतीय किसान यूनियन और न ही टिकैत परिवार का कोई सदस्य चुनाव लड़ेगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में होने वाली महापंचायत में संयुक्त मोर्चा फैसला लेगा कि भारतीय किसान यूनियन किस राजनीतिक दल का समर्थन करेगा और उनके साथ चुनाव में खड़ा होगा.
इसके साथ ही नरेश टिकैत ने दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे कृषि बिल के विरोध में किसान आंदोलन को लेकर भी बड़ा बयान दिया है. दरअसल, यह बयान भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने दोघट इलाके में उस वक्त दिया जब ग्रामीणों द्वारा पुलिस के विरोध में एक पंचायत बुलाई गई थी.