सोनिया गांधी ने नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि क्या देश 2014 से पहले ब्लैकहोल था? देश में तरक्की सिर्फ 4 सालों में ही हुई है? उन्होंने ये भी कहा कि लोगों से जुड़ने के लिए कांग्रेस को नई स्टाइल अपनाने की जरूरत है।
सोनिया ने कहा सरकार जो दावे कर रही है, क्या वो देश के लोगों की समझ को गलत ठहराने जैसा नहीं है।हमारे देश की ज्यूडिशियरी खतरे में है। हम पारदर्शिता लाने के लिए आरटीआई लेकर आए थे लेकिन आज इस कानून को कोल्ड स्टोरेज में डाल दिया गया है। आधार को चीजों को नियंत्रित करने के हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है।
सोनिया गांधी ने कहा कि हमारी 10 साल से सरकार थी इसलिए कुछ एंटी-इनकंबेंसी भी थी। साथ ही नरेंद्र मोदी ने मार्केटिंग भी की। जिससे कांग्रेस हार गई।लोगों से जुड़ने के लिए अब कांग्रेस को नई स्टाइल की जरूरत है। हमें अपनी योजनाएं नए तरीके से पेश करनी होंगी।
मैं निजी रूप से नरेंद्र मोदी को नहीं जानती। उन्हें संसद या अलग-अलग कार्यक्रमों में ही देखती हूं।बीजेपी का साथ तो अब सहयोगी भी छोड़ रहे हैं। टीडीपी, शिवसेना संसद में ही उनके खिलाफ आवाज उठाते हैं। जैसा हाल अटल बिहारी वाजपेयी के शाइनिंग इंडिया का हुआ था, वैसा ही इनके अच्छे दिन का होगा।
देश की अर्थव्यवस्था को नोटबंदी ने पीछे ढकेल दिया। किसानों को परेशानी में डाल दिया।सत्ताधारी दल की तरफ से लगातार भड़काऊ बयान दिए जाते हैं, जो देश को बांटने का काम करते हैं।मौजूदा समय में लोगों को खुद के बारे में भी सोचने नहीं दिया जा रहा है। देश में धार्मिक तनाव बढ़ रहा है। दलितों और महिलाओं पर सुनियोजित तरीके से हमला किया जा रहा है।
बीजेपी लोगों के सामने कांग्रेस को मुस्लिम पार्टी के रूप में रखती है। हम हमेशा से मंदिर जाते रहे हैं। मैं खुद राजीव गांधी के साथ कई मंदिरों में गई। हमने कभी इसका दिखावा नहीं किया।सोनिया ने कहा देश को एक सेक्युलर फ्रंट की जरूरत है। इससे देश की राजनीति को सही दिशा मिलती रहेगी।राहुल गांधी पर मैं अपना मत नहीं थोप सकती इसलिए वो खुद ही आगे बढ़े। उनकी अपनी एक स्टाइल है, जिससे वो कांग्रेस में नई जान फूंकने का काम करेंगे।