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अमित शाह ने किया PM मोदी की डिग्रियों को सार्वजनिक

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बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पीएम की डिग्रियां सार्वजनिक कीं.फर्जी डिग्री के आरोपों को मजबूती से खारिज करते हुए दोनों नेताओं ने आरोप लगाया कि केजरीवाल ने प्रधानमंत्री के खिलाफ झूठी अफवाह फैलाकर सार्वजनिक बहस के स्तर को गिरा दिया है.शाह ने प्रधानमंत्री मोदी की डीयू की बीए की डिग्री और गुजरात विश्वविद्यालय की एमए की डिग्री पेश की. साथ ही शाह ने कहा कि केजरीवाल ने मोदी के खिलाफ निराधार आरोप लगाकर दुनिया के सामने देश की मानहानि की है.

शाह ने कहा, ‘‘अरविन्द केजरीवाल प्रधानमंत्री की योग्यता के संबंध में झूठ फैला रहे हैं. वह देश को बदनाम करने के पाप के प्रति कटिबद्ध हैं. जब आपके पास कोई सबूत नहीं है, तो आप प्रधानमंत्री पर आरोप कैसे लगा सकते है. उन्हें न सिर्फ प्रधानमंत्री से, बल्कि समूचे राष्ट्र से माफी मांगनी चाहिए.अमित शाह ने कहा, “यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमें प्रधानमंत्री की शैक्षणिक योग्यता की स्थिति स्पष्ट करने के लिए यह संवाददाता सम्मेलन बुलाना पड़ा.

इस दौरान जेटली ने कहा कि आप के निराधार आरोपों के मद्देनजर सार्वजनिक बहस का स्तर ‘बहुत नीचे गिर’ गया है.जेटली ने यह भी कहा कि मोदी के खिलाफ जिस तरह के आरोप लगाए गए हैं, उनसे देश में संघीय ढांचे को खतरा है और इस तरह के प्रयासों को मजबूती से परास्त किया जाना चाहिए. उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री को चुनौती दी कि वह अपने दावों को साबित करके दिखाएं.उन्होंने केजरीवाल पर तीखा हमला करते हुए कहा, ‘‘सुशासन की जगह सनसनी पैदा करने की राजनीति की जा रही है.’’

जेटली ने 1977-78 में दिल्ली विश्वविद्यालय की परीक्षा में शामिल होने मोदी के आने की बात कही और कहा कि उस समय बहुत से लोग उन्हें नहीं जानते थे.उन्होंने कहा, ‘‘मुझे यह जानकारी इसलिए थी क्योंकि उस समय मैं दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्र यूनियन का नेता था.’’ जेटली ने यह भी कहा, ‘‘ये आरोप एक ऐसी पार्टी ने लगाए हैं जिसके कई नेताओं पर फर्जी डिग्री का मुकदमा चल रहा है.

केजरीवाल आरोप लगाते रहे हैं कि प्रधानमंत्री की बीए की डिग्री फर्जी है और यह डिग्री अलवर निवासी एक हमनाम ने प्राप्त की थी.पिछले हफ्ते, दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा था कि वह पूरी जिम्मेदारी के साथ कह सकते हैं कि दिल्ली विश्वविद्यालय के रिकॉर्ड में ‘नरेंद्र दामोदरदास मोदी’ नाम का कोई उल्लेख नहीं है और अलवर निवासी व्यक्ति ‘‘नरेंद्र कुमार महावीर प्रसाद मोदी’’ ने 1975 में दाखिला लिया था.केजरीवाल मांग करते रहे हैं कि मोदी की डिग्री सार्वजनिक की जाए. उन्होंने कहा था कि मुद्दा यह नहीं है कि प्रधानमंत्री दसवीं या बारहवीं पास हैं, बल्कि मुद्दा यह है कि उन्होंने फर्जी प्रमाणपत्र पेश किए हैं और देश के लोगों को धोखा दिया है.

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