बीजेपी के विधायक ने न्यू ईयर सेलिब्रेशन का विरोध किया है. उन्होंने इसे एक गंदगी बताते हुए कहा कि लोगों को अंग्रेजी न्यू ईयर के स्थान पर गुड़ी पड़वा पर ध्यान देना चाहिए जो हिंदू नववर्ष है. उज्जैन दक्षिण से बीजेपी विधायक मोहन यादव का न्यू ईयर सेलिब्रेशन को लेकर बयान सामने आया है. उन्होंने अंग्रेजी नववर्ष का विरोध किया है.
मीडिया से बात करते हुए विधायक ने कहा- ये एक तरह की गंदगी है, जिससे युवाओं को बचना चाहिए.उन्होंने आगे कहा कि, न्यू ईयर को मनाने के लिए होने वाली शराब पार्टी और देर रात तक होने वाली फुहड़ता हमारी संस्कृति नहीं है. मोहन यादव ने कहा कि ऐसी पार्टियां बंद होना चाहिए.
आगे उन्होंने हिंदू नववर्ष मनाने पर जोर देते हुए कहा, इंग्लिश न्यू ईयर हमने तब नहीं मनाया जब अंग्रेजों का शासन था, हमें गुड़ी पड़वा की ओर देखना चाहिए.मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में भी इंग्लिश न्यू ईयर सेलिब्रेशन का विरोध किया जा रहा है. आगरा में तमाम हिंदूवादी संगठन नव वर्ष मनाने के तौर-तरीके का विरोध कर रहे हैं.
हिंदू संगठनों का कहना है कि विदेशी सभ्यता को हम अपनी संस्कृति पर हावी नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि न्यू ईयर सेलिब्रेशन के नाम पर होटलों में अश्लीलता होती है, इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.संगठनों का कहना है कि वे विरोध के लिए हिंसा नहीं करेंगे, बल्कि गांधीवादी तरीका अपनाते हुए लोगों को समझाइश देंगे.
हालांकि, आगे उन्होंने ये भी कहा कि यदि कोई समझाने पर भी नहीं मानता है तो फिर अलग कदम उठाया जाएगा.हिंदू संगठनों द्वारा न्यू ईयर सेलिब्रेशन के विरोध को बीजेपी सांसद प्रमोद गुप्ता का भी साथ मिला है. गुप्ता ने मीडिया से कहा हम लोग युवाओं को हिंदू परंपरा के अनुसार नए साल के जश्न मनाने के लिए जागरूक कर रहे हैं, ताकि अगली पीढ़ी हमारी संस्कृति के बारे में जान सके.
गौरतलब है कि, उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में हिंदू जागरण मंच ने भी स्कूलों में क्रिसमस नहीं मनाने की चेतावनी दी थी. मंच ने कहा था कि क्रिसमस मनाना धार्मिक परिवर्तन की ओर बढ़ता हुआ कदम है. हालांकि, उनकी इस चेतावनी पर यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने नाराजगी जाहिर की थी.