भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता सुशील मोदी ने लालू के परिवार पर एक और घोटाला करने का आरोप लगाया है. सुशील मोदी ने लालू के परिवार पर काम के बदले एक अन्य कंपनी को अपने नाम करवा लेने का आरोप लगाया है. सुशील ने मंगलवार को पत्रकारों को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि 28 सितंबर 2006 को ए के इंफोसिस्टम प्रा. लि. नाम की कंपनी गठित हुई जिसमें अमित कत्याल एवं उनके भाई राजेश कत्याल एवं अन्य निर्देशक थे.
इस कंपनी में लालू के पुत्र तेजस्वी प्रसाद यादव एवं तेज प्रताप एवं उनकी दो पुत्रियां चन्दा यादव एवं रागिनी लालू 2014 जून से निर्देशक नियुक्त किए गए.उन्होंने आरोप लगाया कि इस कंपनी में वर्तमान में मात्र दो निर्देशक चन्दा यादव एवं रागिनी लालू हैं तथा 100 प्रतिशत शेयर राबड़ी देवी एवं तेजस्वी यादव के पास है.
सुशील ने आरोप लगाया कि आज इस कंपनी के पास पटना शहर में करोड़ों की जमीन है जिसका पूरा मालिकाना लालू परिवार के पास है.उन्होंने आरोप लगाया कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी मुख्यमंत्रित्व काल (2000-2005) के दौरान ओम प्रकाश कत्याल एवं अमित कत्याल की कंपनी आईसबर्ग इंडस्ट्रीज प्रा. लि. ने पटना जिला के बिहटा में शराब की फैक्ट्री लगायी थी और कत्याल परिवार को बिहार में शराब फैक्ट्री लगाने में मदद करने के एवज में लालू परिवार को करोड़ों की जमीन कत्याल परिवार ने सौंप दी.
सुशील ने आरोप लगाया कि पूर्व में अपने रेल मंत्रित्वकाल में लालू प्रसाद द्वारा डिलाइट मार्केटिंग को रेलवे के दो होटल दिलाने के एवज में उनका परिवार 200 करोड़ की 2 एकड़ जमीन के मालिक बन गए और अब शराब फैक्ट्री लगवाने के एवज में पटना शहर में करोड़ों की जमीन के मालिक बन बैठे.उन्होंने कहा कि सरकारी पद पर रहते हुए किसी को लाभ पहुंचाने के एवज में जमीन संपत्ति पैसा काम कराने के पहले या बाद में लिया जाना भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत आता है.