आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने स्वीकार किया कि हां जिस ज़मीन पर मॉल बन रहा है वो उनके बेटों के नाम पर है और पार्टी के सांसद प्रेम गुप्ता ने यह जमीन उनके बेटों के नाम की है. वहीं बीजेपी नेता सुशील मोदी ने यह कहते हुए कि उन्होंने मंत्री के तौर पर अपने तथ्य सालाना डेक्लेरेशन में नहीं दिये, नीतीश कुमार से एक बार फिर अपने मंत्रिमंडल के दोनों सहयोगियों तेज प्रताप और तेजस्वी यादव को बर्खास्त करने की मांग की है.
राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू यादव ने कहा कि हर आदमी चाहता है कि उसका लड़का धंधा करे और गुदड़ी में लिपट कर न रहे. साथ ही पटना में अपने निर्माणाधीन मॉल के बारे में मीडिया से ही सवाल पूछने के लहजे में उन्होंने कहा कि मेरे पास जमीन है तो हम उसका व्यवसायिक इस्तेमाल नहीं करेंगे क्या.लालू यादव रविवार को पटना में एक संवादाता सम्मलेन को संबोधित कर रहे थे जिसमें उनके साथ पार्टी के संसद और विवादों के केंद्र में रहे प्रेम गुप्ता भी मौजूद थे.
प्रेम गुप्ता, जिनकी कंपनी इस मॉल की जमीन की मालिक थी और बाद में उसने इसे लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी और उनके बेटों तेजप्रताप यादव और तेजस्वी यादव के नाम कर दिया. गुप्ता ने माना कि उन्होंने जमीन का हस्तांतरण किया लेकिन क्यों किया उसका उन्होंने साफ़ साफ़ जवाब नहीं दिया. हालांकि दोनों नेता बीजेपी नेता सुशील मोदी से खफा दिखे लेकिन मोदी द्वारा लगाए गए अधिकांश आरोपों को लालू और गुप्ता ने स्वीकार किया.
प्रेम गुप्ता ने दावा किया कि उन्होंने जमीन बेची नहीं बल्कि शेयर का ट्रांसफर किया गया है. बीजेपी नेता सुशिल मोदी को चुनौती देते हुए प्रेम गुप्ता ने कहा कि वो प्रधानमंत्री के पास जाकर जांच करा लें, उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी. और ये भी कहा कि मोदी के मुकदमों की धमकी के कारण बिहार में कोई इंडस्ट्री नहीं लगी.
वहीं राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू यादव ने कहा कि अगर सुशील मोदी को लगता है कि उनके प्रभाव के कारण रेलवे ने गाजर के दाम पर दो होटल लीज पर दिया है तो रेल मंत्रालय से रद्द करवा लें. लालू ने मोदी से पूछा कि वो मॉल की जमीन को विवादस्पद बनाने की बजाय संजय गांधी जैविक उद्यान में मिट्टी का मुद्दा उठाएं. निश्चित रूप से लालू और प्रेम गुप्ता मॉल के मुद्दे पर लग रहे आरोपों से परेशान दिखे.
प्रेम गुप्ता ने कहा कि अगर मॉल खुलेगा तो लोगों को रोजगार मिलेगा और सरकार को राजस्व का लाभ होगा.इस बीच बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा कि लालू यादव इस बात का क्यों जवाब नहीं दे रहे कि आखिर उनके दोनों मंत्री बेटे तेजप्रताप और तेजस्वी यादव ने अपने वार्षिक ब्योरे में इस जमीन और कंपनी में अपनी भागीदारी की चर्चा क्यों नहीं की. मोदी ने एक बार फिर इस आधार पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से दोनों द्वारा इस सच्चाई को छिपाने के लिए बर्खास्त करने की मांग की.