बिजनेस इंडेक्स में भारत 30 पायदान उछलकर 100th पोजिशन पर आ गया है। इस कैटेगिरी में इंडिया सबसे ज्यादा इम्प्रूवमेेंट करने वाला देश है। रिपोर्ट में रैंकिंग में उछाल की वजह टैक्सेशन रिफॉर्म्स, लाइसेंसिंग, इन्वेस्टर्स प्रोटेक्शन और बैंकरप्सी रिजोल्यूशंस को बताया गया। लिस्ट में भारत की पोजिशन पिछले साल 130th थी और उससे पहले 142nd थी।
फाइनेंस मिनिस्टर अरुण जेटली ने मंगलवार को खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस रिपोर्ट के बारे में बताया। उन्होंने वर्ल्ड बैंक की डूइंग बिजनेस 2018 : रिफॉर्म्स टू क्रिएट जॉब्स रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि भारत अकेला देश है, जिसने स्ट्रक्चरल रिफॉर्म्स किए। इस रिपोर्ट पर नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि टीम इंडिया की तरफ से मल्टी सेक्टरल रिफॉर्म्स में जो तेजी लाई गई है, यह सुधरी हुई रैंकिंग उसी का नतीजा है।
वर्ल्ड बैंक की रिपाेर्ट के मुताबिक भारत ने अपने देश के सिस्टम में 8 रिफॉर्म्स किए। EPF में इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट के अलावा टैक्स पे करने का जरिया आसान किया। इसके अलावा कॉरपोरेट इनकम टैक्स भरने में भी कई एडमिनिस्ट्रेटिव रिफॉर्म्स किए। भारत ने ऑनलाइन सिस्टम डेवलप करके बिल्डिंग परमिट हासिल करने के कई प्रॉसीजर्स को खत्म किया और इसमें लगने वाले वक्त को भी कम किया।
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के मामले में पहली पोजिशन पर न्यूजीलैंड, दूसरी पर सिंगापुर और तीसरी पर डेनमार्क है।ईज ऑफ डूइंग बिजनेस इंडेक्स में भारत पूरी दुनिया में रैंकिंग में सबसे ज्यादा सुधार करने वाला देश है।भारत अकेला ऐसा ब्रिक्स देश है, जो टैक्स भरने के मामले में टॉप परफॉर्मर है। टैक्स पेइंग इंडेक्स में 53 रैंकिंग का सुधार किया है। अब इंडिया 172nd से 119th पोजिशन पर आ गया है।
लोन हासिल करने की रैकिंग में इंडिया 15 पायदान ऊपर आया है। इंडिया की पोजिशन इस इंडेक्स में 44th से 29th हो गई है।प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन के मामले में भारत 16th पोजिशन नीचे आया है। ओवरसीज ट्रेडिंग में भी गिरावट देखी गई है।स्टार्टिंग ऑफ बिजनेस इंडेक्स में भी 1 पोजिशन की गिरावट है। पहले भारत इसमें 155th पोजिशन पर था और अब रैंकिंग 156th है।
न्यूजीलैंड वर्ल्ड बैंक इंडेक्स में टॉप पोजिशन पर है। सिंगापुर दूसरी और डेनमार्क तीसरी पोजिशन पर है। लिस्ट में सोमालिया आखिरी नंबर पर है। वहीं, भारत के पड़ोसी चीन की पोजिशन 78th, पाकिस्तान की 147th और बांग्लादेश 177th पोजिशन पर है।सरकार ने कहा था कि इकोनॉमी के फंडामेंटल्स स्ट्रॉन्ग हैं। साथ ही नोटबंदी और जीएसटी लागू करने के फैसले से मंदी आने के आरोप निराधार हैं।
सरकार का कहना है कि नोटबंदी और जीएसटी जैसे फैसलों से देश की इकोनॉमी को बड़े फायदे मिलेंगे।साउथ एशिया की वाइस प्रेसिडेंट एनी डिक्सन ने कहा भारत की ये परफॉर्मेंस केवल एक साल के दौरान की गई कोशिशों का नतीजा नहीं है, बल्कि ये पिछले तीन साल के दौरान लगातार की जा रही कोशिशों का परिणाम है।वर्ल्ड बैंक का डूइंग बिजनेस प्रोजेक्ट 190 देशों में बिजनेस नियमों में किए गए सुधारों को दर्शाता है।
अकैडमिक्स, जर्नलिस्ट, प्राइवेट सेक्टर रिसर्चर्स और दूसरों को हर देश के बिजनेस क्लाइमेट के बारे में इस रिपोर्ट से पता चलता है। पहली डूइंग बिजनेस रिपोर्ट 2003 में जारी की गई थी, इसमें 5 इंडीकेटर्स थे और 133 देशों की इकोनॉमी को शामिल किया गया था। इस साल 11 इंडीकेटर्स और 190 इकोनॉमीज को कवर किया गया है। अगले साल भारत के आम चुनावों से कुछ महीनों पहले वर्ल्ड बैंक की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रिपोर्ट आएगी।
ऑफिशियल्स का मानना है कि सरकार के स्ट्रक्चरल रिफॉर्म्स खासतौर से GST की बदौलत भारत को ज्यादा बेहतर रैंक पर आएगा।नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया ये ईज ऑफ बिजनेस रैंकिंग टीम इंडिया के मल्टी सेक्टरल और सभी जगहों पर किए गए रिफॉर्म्स का नतीजा है।
US-इंडिया बिजनेस काउंसिल की प्रेसिडेंट निशा देसाई बिस्वाल ने कहा इस रैकिंग की बदौलत भारत में ज्यादा फॉरेन इन्वेस्टमेंट होने की उम्मीद है। ये बेहद अहम पैमाना है, जो दर्शाता है कि भारत सही दिशा में आगे बढ़ रहा है और ऐसे चैनल्स बना रहा है, जो FDI को अट्रैक्ट करेंगे।