जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने कहा है कि 31 मार्च तक हरियाणा में जाटों को आरक्षण नहीं दिया गया तो फरवरी से भी बड़ा जाट आरक्षण आंदोलन होगा। समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक ने कहा कि यदि वायदे के मुताबिक प्रदेश सरकार ने जाटों को आरक्षण नहीं दिया कि अगला जाट आंदोलन वृहद होगा। जाट समुदाय आरक्षण को लेकर इंतजार करने की स्थिति में नहीं है।
उन्होंने कहा कि यदि 31 मार्च तक जाटों को आरक्षण नहीं दिया गया तो 3 अप्रैल को दिल्ली में हरियाणा समेत 13 राज्यों के जाट समुदाय के लोगों की बैठक बुलाई गई है, जिसमें अगले आंदोलन की घोषणा कर दी जाएगी। फरवरी में सरकारी नौकरी और शिक्षण संस्थानों में 10 फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर जाटों ने नौ दिनों तक हिंसक आंदोलन किया था जिसमें 30 लोगों की जान गई थी।
आरक्षण को लेकर हुए जाट आंदोलन के दौरान हुई हिंसा की लपेट में रोहतक, झज्जर, कैथल, जींद, सोनीपत और भिवानी समेत कई जिले आ गये थे। इसके अलावा, जाटों की मांग है कि जाट प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी वापस ली जाये, प्रदर्शन के दौरान मारे गये लोगों को मुआवजा दिया जाये और जाट आरक्षण का विरोध करने वाले बीजेपी सांसद राज कुमार सैनी के खिलाफ कार्रवाई की जाए।