नववर्ष की पूर्व संध्या पर एक लड़की से दो स्कूटर सवार बदमाशों के छेड़छाड़ करने के सिलसिले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया। स्तब्ध कर देने वाली यह घटना कैमरे में दर्ज हुई थी और इस घटना को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर रोष जाहिर किया गया। दोषियों को पकड़ने में देरी पर लोगों में बढ़ती नाराजगी के बीच बेंगलुरू पुलिस आयुक्त प्रवीण सूद ने संवाददाताओं को बताया कि आरोपी चार या पांच दिनों से पीड़िता का पीछा कर रहे थे और नया साल मना कर घर लौटने के दौरान उससे छेड़छाड़ की।
सूद ने बताया कि दो अन्य लोगों की पहचान भी की गई है और उन्हें भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस आयुक्त ने बताया, ‘यह योजना छह लोगों ने बनाई थी। उनमें से एक ने महिला को जबरदस्ती छुआ। अन्य ने इसमें मदद की।’ उन्होंने गिरफ्तार लोगों की पहचान अयप्पा (मुख्य आरोपी) और लेनो, सुदेश तथा सोमशेखर के रूप में की है। अयप्पा ने महिला से छेड़छाड़ की थी। सूद ने बताया कि अयप्पा और सुदेश सामान पहुंचाने वाले लड़के हैं, लेनो एक सहायक है और सोमशेखर वाहन चालक है। उनके पास से एक मोटरसाइकिल जब्त की गई है। उन्होंने अपना अपराध कबूल कर लिया है।
गौरतलब है कि तीन दिन पहले एक सीसीटीवी फुटेज सामने आई थी जिसमें स्कूटर सवार दो लोग एक महिला का पीछा करते उसे जबर्दस्ती रोककर बदसुलूकी करते और फिर भागते दिखाई दे रहे हैं। वहीं, राहगीर मदद के लिए आने की बजाय मूकदर्शक बने रहे। सूद ने बताया कि आरोपी पीड़िता के घर के पास रहते थे और उनमें किसी तरह की दोस्ती या जानपहचान नहीं थी। उन्होंने बताया कि कम्मनहल्ली निवासी प्रशांत फ्रांसिस पुलिस की मदद करने के लिए यह वीडियो लेकर आया।
सूद ने बताया, ‘हमने जब वीडियो देखा तब मुझे लगा कि मुझे पीड़िता से बात करने की कोई जरूरत नहीं है। यह छेड़छाड़ का एक स्पष्ट मामला है और भी काफी कुछ हो सकता है। हमने इंतजार नहीं किया, हमने पीड़िता का पता लगाने या उससे संपर्क करने का इंतजार नहीं किया।’ उन्होंने बताया कि उन्होंने स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया क्योंकि वीडियो में जो कुछ दिखा उसने हमें यकीन दिला दिया कि यह एक जघन्य अपराध है। सूद ने चेतावनी दी कि भविष्य में भी ऐसी घटनाओं को बख्शा नहीं जाएगा।