डेरा सच्चा सौदा मुखी गुरमीत सिंह के खिलाफ एन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) ने रेगुलर इंक्वायरी शुरू कर दी है। हरियाणा पुलिस को एक हार्ड डिस्क मिली है, जिसमें बलात्कारी बाबा की 700 करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी और हवाला कारोबार की डिटेल्स हैं। ईडी यह हार्ड डिस्क हासिल करेगी। ईडी की रेगुलर इंक्वायरी एफआईआर की तरह ही होती है।
ईडी डेरा सच्चा सौदा सिरसा से लेकर देश भर में जमा की गई डेरे की प्रॉपर्टी की जांच करने जा रही है।डेरों में रेड के दौरान कई जगह फटे या जले हुए डॉक्यूमेंट्स मिले थे। इसी दौरान पुलिस को एक डेरे के आईटी सेल के साथ लगते लॉकर के पास से हार्डडिस्क मिली। इस हार्डडिस्क को भी डैमेज करने की कोशिश हुई थी, लेकिन ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा था।
पुलिस ने इस हार्डडिस्क से डाटा निकालने में कामयाबी हासिल की है। इस डिस्क के अंदर हवाला से लेकर बाबा की प्रॉपर्टी और कारोबार की डिटेल्स मौजूद हैं। इसमें यह डाटा भी मौजूद है कि किससे कितनी रकम ली गई। कहां कितने रुपए इन्वेस्ट किए गए। साथ ही हथियारों की जानकारी भी है।
ईडी किसी भी मामले में पहले रेगुलर इंक्वायरी शुरू करता है। इस डिपार्टमेंट की गाइडलाइंस के तहत इसे एफआईआर की तर्ज पर ही माना जाता है। ईडी ने कई दस्तावेजों को जमा किया है। पूरे हरियाणा में अलग-अलग डिपार्टमेंट्स से डॉॅक्यूमेंट्स जुटाए गए हैं। ये डॉक्यूमेंट्स प्रॉपर्टी से लेकर हवाला से जुड़े बताए जा रहे हैं।
पंचकूला में दंगों के बाद पुलिस रिमांड के दौरान चार ऐसे डेरा समर्थकों का पता चला है, जिन्हें नपुंसक बनाया गया था। इनमें पंचकूला दंगों का मास्टरमाइंड भी शामिल है। नपुंसक बनाने की पुष्टि इन चारों कीसाल 2000 से 2005 के बीच डेरे में 400 समर्थकों को नपुंसक बनाने का मामला सामने आया था। आरोप लगे थे कि बाबा करीबियों को ही नपुंसक बनाता था। इन केसों की जांच सीबीआई कर रही है।
हरियाणा पुलिस के डीजीपी ने सीबीआई को इस बारे में जानकारी दे दी है। शुक्रवार तक सभी डॉक्यूमट्सें पूरे होने पर इन लोगों की लिस्ट, मेडिकल रिपोर्ट और कबूलनामे सीबीआई को दिए जाएंगे। इन चारों को सीबीआई के हवाले भी किया जा सकता है। सीबीआई इन्हें बतौर गवाह पेश कर सकती है।