फ्लाइंग ऑफिसर अवनी चतुर्वेदी ने अकेले मिग-21 फाइटर जेट उड़ाने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। इससे पहले वे इंडियन एयरफोर्स के इतिहास में पहली महिला फाइटर बन चुकी हैं। मूलत: मध्यप्रदेश के रीवा की रहने वाली अवनी ने गुजरात के जामनगर एयरबेस से रूस में बने मिग-21 (MiG-21 bison) की उड़ान भरी और अपना मिशन पूरा किया।
एयरफोर्स के स्पोक्सपर्सन और फाइटर पायलट अनुपम बैनर्जी ने कहा अवनी अकेले फाइटर एयरक्राफ्ट उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला पायलट बन गई हैं। यह फाइटर पायलट बनने का पहला स्टेप है। अब इंडियन एयरफोर्स में महिला पायलट भी ऑपरेशनल फील्ड के लिए जल्द ही तैयार होगी।
हालांकि, पूरी तरह से ऑपरेशन में आने के लिए अभी उन्हें दो साल और ट्रेनिंग से गुजरना होगा। उनके अकेले उड़ान भरने से पहले उनके इंस्ट्रक्टर ने मिग-21 बाइसन एयरक्राफ्ट में उनकी स्कील काे पूरी तरह से परखा।
एयरफोर्स के एक पायलट ने कहा कि फाइटर जेट की उड़ान भरना जीरो एरर प्रोफेशन है और इसके लिए अकेले ही उड़ान भरने के कई टेस्ट से गुजरना होता है। अवनी के साथ ही बिहार के बेगूसराय की भावना कांत और गुजरात के वड़ोदरा की मोहना सिंह को देश की पहली महिला फाइटर पायलट होने का गौरव प्राप्त है।
तीनों लड़कियां जून 2016 में एयरफोर्स के लड़ाकू स्क्वॉड्रन में शामिल हुई थीं।अवनी चतुर्वेदी ने हैदराबाद की एयरफोर्स एकेडमी से ट्रेनिंग ली थी। उनकी स्कूलिंग मध्यप्रदेश के शहडोल में हुई। उन्हाेंने 2014 में राजस्थान के वनस्थली यूनिवसिर्टी से आईटी में ग्रैजुएशन किया। इसके बाद वे एयरफोर्स में भर्ती हो गईं।