चीफ सेक्रेटरी के साथ मारपीट विवाद के बाद एलजी से मिले केजरीवाल

दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी अंशु प्रकाश के साथ आप विधायकों की मारपीट के बाद दिल्ली सरकार और अफसर आमने-सामने आ गए हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्रियों ने एलजी अनिल बैजल से मुलाकात की। इस दौरान एलजी से अफसरों की शिकायत की गई। सरकार के काम-काज में सहयाेग नहीं कर रहे अफसरों की एक लिस्ट भी सौंपी गई।

केजरीवाल एंड टीम ने बताया कि अफसर न तो मीटिंग में शामिल हो रहे हैं न ही फोन कॉल रिसीव कर रहे हैं।ऐसा कहा जा रहा है कि चीफ सेक्रेटरी के साथ मारपीट के बाद अफसर नाराज हैं। कुछ हड़ताल पर हैं। इनकी मांग है कि विधायकों को चीफ सेक्रेटरी से माफी मांगनी चाहिए। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बताया- हमने एलजी से मुलाकात की।

उन्हें बताया गया कि दो-तीन दिनों से ना ही कोई अफसर मीटिंग में शामिल हो रहा है और ना ही फोन कॉल रिसीव कर रहा है। इससे कई मीटिंग कैंसल करनी पड़ी हैं।एलजी को हमने अफसरों की एक लिस्ट सौंपी है। वहीं, एलजी से कहा है कि वे अफसरों से बात करें। एलजी ने कहा है कि वे अफसरों से बात करेंगे और मंत्रियों के साथ काम करने, मीटिंग में आने के लिए कहेंगे।

उधर, केजरीवाल ने भरोसा दिलाया है कि अफसर पहले की तरह काम करें उनके साथ ऐसी कोई घटना नहीं होगी, जिससे विवाद खड़ा हो।एलजी अनिल बैजल ने ट्वीट कर बताया- सीएम अरविंद केजरीवाल और उनकी कैबिनेट से मिला। हाल ही में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर खेद जताया। सरकार को मैंने सुझाव दिया कि अफसरों के अविश्वास को दूर करने के लिए कदम उठाएं, जिससे कि दिल्ली प्रभावित न हो। लोकतंत्र में हिंसा की कोई जगह नहीं है।

उत्तम नगर के विधायक नरेश बाल्यान ने शुक्रवार को केजरीवाल की मौजूदगी में कहा कि अफसर आम आदमी के काम को रोकते हैं, चीफ सेक्रेटरी झूठे आरोप लगा रहे हैं। ऐसे अफसरों को ठोकना चाहिए।इससे पहले सीएस मारपीट मामले की जांच के लिए दिल्ली पुलिस की एक टीम शुक्रवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पहुंची। इसने सीएम हाउस के घर पर कमर्चारियों से पूछताछ की।

वहीं, टीम ने 21 सीसीटीवी कैमरा की रिकॉर्डिंग और हार्ड डिस्क जब्त कीं। इस कार्रवाई पर अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर तंज कसा। उन्होंने कहा कि जज लोया की हत्या के मामले में अमित शाह से पूछताछ कब होगी? सीएम अरविंद केजरीवाल ने सोमवार (19 फरवरी) रात को अपने आवास पर कुछ योजनाओं पर चर्चा के लिए मीटिंग बुलाई थी। इसमें अंशु प्रकाश भी शामिल हुए।

अंशु प्रकाश का आरोप है कि यहां उन पर आप के एक विज्ञापन को पास कराने का दबाव डाला गया। जब वह मना करके जाने लगे तो दो विधायकों ने उन्हें कंधे पर हाथ रखकर वहीं बैठा दिया। दोबारा उठे तो गाल पर जोर से मारा। पीठ पर भी घूंसे पड़े और गालियां दी गईं। वहीं, आप विधायकों का कहना है कि कोई हाथापाई नहीं की गई है।

घटना के बाद 20 फरवरी को चीफ सेक्रेटरी अंशु प्रकाश का मेडिकल चेकअप हुआ। इसमें उनके शरीर पर चोट के निशान मिले थे। इसके बाद पुलिस ने केस दर्ज कर। आम आदमी पार्टी के दो विधायक अमानतुल्लाह खान और प्रकाश जारवाल को अरेस्ट किया गया। बाद में इन्हें ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया गया।

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