स्पिरिचुअल यूनिवर्सिटी के गुरु वीरेंद्र देव दीक्षित के करावल नगर और नांगलोई के आश्रमों पर छापेमारी की। नांगलोई के आश्रम पर छापेमारी के बाद डीसीडब्ल्यू की प्रेसिडेंट स्वाति जयहिंद ने कहा कि बाबा लड़कियों से कहता था कि उसके साथ सोने से लड़कियों को बुरे सपने नहीं आते। साथ ही, वह आश्रम की साधिकाओं से कहता था कि वे उसके जितनी नजदीक आएंगी वे उतनी ही लवली बनेंगी।
कार्रवाई के बाद स्वाति जयहिंद ने सीबीआई से कहा कि वह देशभर में बाबा के आश्रमों पर जल्द से जल्द कार्रवाई करे और उन्हें बंद कर दे। कार्रवाई में देरी होने से बाबा को बचने का समय मिल रहा है।उन्होंने कहा कि छापे की कार्रवाई को देखते हुए यहां से 20 लड़कियों को सुबह ही कहीं ओर भेज दिया गया। वहीं, आश्रम से कुछ रजिस्टरों और साहित्य को जब्त किया गया है।
आश्रम में रह रही साधिकाओं ने बताया कि न तो वीरेंद्र देव दीक्षित ने कोई रेप किया है और न ही आश्रमों में किसी को भी जबरन रखा गया है।उन्होंने कहा कि सभी महिलाओं को रखने ने पहले उनकी उम्र और बाकी की सभी औपचारिकता पूरी की जाती है। साधिकाओं ने कहा कि किसी भी आश्रम से कन्याओं को कहीं नहीं शिफ्ट किया जा रहा है।
बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित के विजय विहार वाले आश्रम से रोज नए खुलासे हो रहे हैं। दैनिक भास्कर को मिले डॉक्युमेंट्स में सामने आया है कि मार्च 2017 में आश्रम में रह रही एक युवती ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी। इसकी जांच का जिम्मा तत्कालीन एसडीएम को सौंपा गया था। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर सीआरपीसी के तहत केस दर्ज कर औपचारिकताएं पूरी कर ली थीं।
जबकि इस मामले में एसडीएम रोहिणी ने कई संदिग्ध चीजें देखी थीं। इसकी जानकारी उन्होंने अपनी रिपोर्ट में भी दी थी।पुलिस ने जानकारी मिलने के बाद तत्कालीन एसडीएम (रोहिणी) जांच के लिए विजय विहार के आश्रम में पहुंचे। आश्रम पहुंचने के बाद उन्होंने वहां मौजूद सीसीटीवी कैमरों की जांच की। जांच के दौरान कैमरों की फुटेज देखकर चौंक गए थे।
उन्होंने फुटेज में देखा कि मृतक युवती फांसी लगने से पहले नशे में थी या फिर उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं थी। फुटेज देखकर लग रहा था कि किसी मनुष्य की परछाईं पीछा कर रही थी। युवती के दिमाग पर कोई हावी था, यह उसे देखकर लग रहा था।
एसडीएम रोहिणी ने अनिता, वंदना और विनोदनी के बयान दर्ज किए थे। बयान रिकाॅर्ड करने के बाद एसडीएम रोहिणी ने पाया कि तीनों के बयानों में असमानता थी। बयान मेल नहीं खाए, युवती की आत्महत्या का कारण नहीं बता पाई। युवती के परिजन ने उससे रेप होने के आरोप लगाए थे।
एसडीएम जांच के दौरान पुलिस की भी एक बड़ी लापरवाही सामने आई थी। पुलिस ने मामले में आश्रम में लगे सीसीटीवी कैमरों की हार्ड डिस्क भी जब्त नहीं की थी। जबकि जांच के दौरान पाया गया था कि आश्रम में आत्महत्या करने वाली युवती की गतिविधियां उस हार्ड डिस्क में मौजूद थीं।
पुलिस और कोर्ट द्वारा अप्वाइंट टीम के साथ बदसलूकी करने और पुलिस के डिप्टी कमिश्नर से बदसलूकी करने वाली महिलाओं पर केस दर्ज किया है।पुलिस ने केस वुमन कमीशन की मेंबर की कम्प्लेन पर दर्ज किया है। उन्होंने बताया कि है न केवल पुलिस अधिकारी और कोर्ट की टीम को कमरे में बंद कर ताला लगाया, बल्कि टीम के सदस्य के साथ मारपीट की।
वीरेंद्र देव का एक आश्रम इंदौर के परदेशीपुरा में भी है। सोमवार रात इस इलाके में एक मकान पर छापा मारने पहुंची पुलिस को एक महिला दो युवतियां मिलीं।उन्होंने बताया कि वे मर्जी से आश्रम में रह रही हैं। पुलिस ने उन्हें चाइल्ड लाइन संस्था को सौंप दिया है।
एसपी पूर्वी क्षेत्र अवधेश गोस्वामी के अनुसार, वीरेंद्र दीक्षित की एक अनुयायी ने तीन पुलिया इलाके में मकान किराए पर लिया था। वह आध्यात्मिक विद्यालय का बोर्ड लगाकर आश्रम चला रही थी।पुलिस को यहां बिहार निवासी पूजा और बिंदु नाम की युवतियां और प. बंगाल निवासी महिला सरस्वती मिली। आश्रम से एक रजिस्टर मिला है, जिसमें कई महिलाओं के साइन हैं।