जम्मू कश्मीर में स्टूडेंट्स द्वारा जवानों पर पत्थर फेंकने से 60 घायल

कश्मीर के विरोध प्रदर्शन में सभी 10 जिलों में स्टूडेंट्स सड़क पर उतर आए। ये शनिवार को पुलवामा डिग्री कॉलेज में हुई पुलिस कार्रवाई का विरोध कर रहे थे। स्टूडेंट्स ने पत्थरबाजी भी की। इसमें एक थाना इंचार्ज, 24 पुलिसकर्मी और करीब 36 स्टूडेंट्स घायल हुए। घाटी में एहतियातन इंटरनेट सर्विस बंद कर दी गई है।

खबर के मुताबिक, सत्तारूढ़ पीडीपी-बीजेपी गठबंधन सरकार और जम्मू-कश्मीर के अपोजिशन ने स्टूडेंट्स के खिलाफ फोर्स की कार्रवाई की निंदा की है।वहीं स्टूडेंट्स ने घाटी में अपनी क्लासेस का बायकॉट किया। शनिवार को पुलवामा में सिक्युरिटी फोर्सेस और स्टूडेंट्स के बीच झड़प में 20 पुलिसकर्मी जख्मी हो गए थे।

पीडीपी स्पोक्सपर्सन के मुताबिक, पार्टी ने फोर्स के कॉलेज में जाने और स्टूडेंट्स-स्टाफ पर एक्शन लेने की जांच कराने के आदेश दिए हैं। साथ ही शांति भंग करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही है।पीडीपी ने ये भी कहा कि फोर्स के एक्शन से स्टूडेंट्स का भड़क जाना सामान्य बात है। लेकिन स्टूडेंट्स से अपील भी की कि वे अपने इंस्टीट्यूट्स में शांति बनाए रखें।

जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के चीफ जीए मीर के मुताबिक, सरकार कानून-व्यवस्था बनाए रखने के नाम पर लोगों पर जुल्म ढा रही है। मौजूदा सरकार टॉर्चर की हर हद पार कर चुकी है।कश्मीर घाटी में पत्थरबाजों से निपटने के लिए अब प्लास्टिक बुलेट का इस्तेमाल किया जाएगा। हालांकि, होम मिनिस्ट्री ने सिक्युरिटी फोर्सेस को पैलेट गन का इस्तेमाल लास्ट ऑप्शन के तौर पर करने का ऑर्डर दिया है।

लॉ इनफोर्समेंट एजेंसीज के ऑफिशियल सोर्स के मुताबिक, घाटी में हजारों प्लास्टिक बुलेट कश्मीर वैली में भेज दी गई हैं।सूत्रों के मुताबिक, प्लास्टिक बुलेट बॉडी में नहीं घुसती और इसे INSAS रायफल से भी फायर किया जा सकता है।बता दें कि सिक्युरिटी फोर्सेस को कश्मीर घाटी में आए दिन जबर्दस्त प्रोटेस्ट का सामना करना पड़ता है। खासतौर पर उस वक्त, जब फोर्सेस की आतंकियों से मुठभेड़ हो रही हो। उस वक्त पथराव का फायदा उठाकर आतंकी भाग जाते हैं।

बता दें कि पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट ने पैलेट गन से होने वाले नुकसान को “जीवन और मौत” का मुद्दा बताया था।कोर्ट ने सरकार से कहा था कि वह पैलेट गन के इफेक्टिव ऑप्शंस लेकर आए।पिछले महीने कश्मीर के चदूरा में प्रदर्शन के दौरान तीन लोगों की मौत हो गई थी। वो इलाके में आतंकियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई का विरोध कर रहे थे।

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