भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह ने बदरुद्दीन अजमल के नेतृत्व वाली ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के साथ चुनाव बाद किसी भी तरह के गठबंधन से इंकार किया.उन्होंने कहा कि भाजपा असम में अवैध घुसपैठियों को संरक्षण देने वालों के साथ हाथ मिलाने की बजाय विपक्ष में बैठना पसंद करेगी.
शाह ने अवैध घुसपैठ के मुद्दे को उठाते हुए बंगलादेश के अल्पसंख्यक हिंदुओं को नागरिकता देने के प्रस्ताव पर भाजपा के रुख को भी साफ किया और कहा कि उन्हें धार्मिक उत्पीड़न से बचाने के लिए शरण दी जानी चाहिए.उन्होंने सीमा पार घुसपैठ पर भी कठोर होते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने वोट बैंक की तरह इस्तेमाल करने के लिए अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दिया.
शाह ने मुख्यमंत्री तरुण गोगोई और अजमल पर आक्रमण करते हुए कहा, हालांकि दोनों सार्वजनिक तौर पर एक-दूसरे की आलोचना करते हैं लेकिन गोगोई और अजमल बंद दरवाजे के पीछे ‘इलू-इलू’ संबंध रखते हैं.