वित्त मंत्री अरुण जेटली अरविंद केजरीवाल समेत छह के खिलाफ मानहानि का क्रिमिनल केस करने खुद पटियाला हाउस कोर्ट पहुंचे। इससे पहले जेटली ने इन्हीं लोगों पर दिल्ली हाईकोर्ट में मानहानि का सिविल केस किया।पटियाला कोर्ट में जेटली के वकील सिद्धार्थ लूथरा ने कहा, ”मेरे मुवक्किल ने कभी भी डीडीसीए में एक पैसा नहीं लिया।”जेटली के वकील ने कोर्ट में आप नेताओं के ट्वीट्स, फेसबुक पोस्ट दिखाए।मानहनि केस को लेकर अगली सुनवाई पांच जनवरी को होगी।
अगर दिल्ली हाईकोर्ट में केजरीवाल जेटली की मानिहानि का केस हार जाते हैं, तो दिल्ली के सीएम को दस करोड़ रुपए भरने पड़ सकते हैं।केजरीवाल, कुमार विश्वास, आशुतोष, संजय सिंह, राघव चड्ढा और दीपक बाजपेयी के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में मानहानि का सिविल केस और पटियाला हाउस कोर्ट में मानहानि का क्रिमिनल केस दायर करने की बात जेटली ने कही थी।
डीडीसीए घोटाले को लेकर रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले कीर्ति आजाद ने ट्वीट करके कहा है कि जेटली उन पर केस क्यों नहीं करते। कीर्ति आजाद ने ट्वीट में कहा, “अरुण जेटली ने मेरा नाम क्यों हटा दिया? आपने तो मेरे लेटर देखे थे, मुझ पर करो ना केस। रजिस्टर्ड पोस्ट से मैंने भेजे थे।”
जेटली के केस करने के एलान के बाद आप नेता संजय सिंह ट्वीट करके कहा कि वह सोमवार को अरुण जेटली और उनके साथियों पर केस दर्ज कराएंगे।डीडीसीए घोटाले में जांच के लिए दिल्ली सरकार ने कमीशन ऑफ इनक्वॉयरी बनाने का एलान किया है। इसके लिए सीएम अरविंद केजरीवाल ने सीनियर एडवोकेट गोपाल सुब्रह्मण्यम को इसका हेड बनाने के लिए लेटर लिखा है। गोपाल सुब्रह्मण्यम इसके लिए राजी हो गए हैं।
इस बीच, जेटली द्वारा कीर्ति आजाद से मुलाकात और फिक्स करने के आरोपों का सोनिया गांधी ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि क्या हर चीज के लिए मैं ही दोषी हूं।वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था, ”पार्टी के एक सांसद सोनिया गांधी से मिले हैं। दोनों में मुझे फिक्स करने को लेकर बात हुई है।” हालांकि, जेटली ने आजाद का नाम नहीं लिया है।
जेटली ने कहा था, ”इसलिए उन लोगों के मामले को सीरियस फ्रॉड ऑफिस (SFIO) को दे दिया गया। 2013 में SFIO ने एक रिपोर्ट दी थी, जिसमें कंपनी की प्रॉसेस में गड़बड़ियां बताई गई थीं, लेकिन फर्जीवाड़े का कोई मामला नहीं बना था।