रक्षा मंत्री अरुण जेटली का कहना है कि भारतीय सेना और बीएसएफ का लाइन ऑफ कंट्रोल पर पिछले कुछ समय में दबदबा तेजी से बढ़ा है। हमारी सिक्युरिटी फोर्सेस ने आतंकियों पर दबाव बढ़ा दिया है। जेटली ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान के साथ अमन बहाली और बातचीत की कई कोशिशें कीं, लेकिन उसने क्रॉस-बॉर्डर टेररिज्म के जरिए हर कोशिश को नाकाम कर दिया।
मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जेटली से पूछा गया कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद क्या बदला है?इस सवाल के जवाब में जेटली ने कहा- मैं स्ट्रैटजिक अप्रोच के डिटेल्स नहीं बताऊंगा। लेकिन यही कहूंगा कि पिछले कुछ हफ्तों में हमारी आर्म्ड फोर्सेस यानी आर्मी और बीएसएफ एलओसी पर डॉमिनेट कर रही हैं।
हमारी फोर्सेस ने आतंकियों पर दबाव बढ़ा दिया है। पिछले कुछ दिनों में आई खबरें इस बात का सबूत हैं।जेटली ने कहा, सरकार ने हालात सामान्य करने के लिए कई कदम उठाए। इस सरकार ने जब शपथ ली थी तब पाकिस्तान के पीएम को न्योता दिया गया था। नवाज शरीफ के घर शादी समारोह में हमारे प्रधानमंत्रीजी शामिल हुए।
लेकिन उसी के साथ पठानकोट, उड़ी हमला हुआ। हमारे शहीदों के सिर काटे गए। सुलह की हमारी हर कोशिश को पाकिस्तान ने नाकाम कर दिया।डिफेंस मिनिस्टर ने आगे कहा- घाटी में जमीनी हकीकत काफी सामान्य है। हम भी तीन दिन श्रीनगर में जीएसटी काउंसिल की मीटिंग में रहकर आए हैं। कश्मीर के कुछ हिस्सों में तनाव है। बाकी हिस्सों में हालात नॉर्मल हैं।
इस बीच, आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत गुरुवार को श्रीनगर पहुंचे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक- रावत यहां सिक्युरिटी अरेंजमेंट्स का रिव्यू करेंगे। इसके अलावा एलओसी पर ताजा हालात की भी जानकारी लेंगे।इस बीच, गुरुवार को यूनियन होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने कहा- सरकार बॉर्डर पर 3 टियर सिक्युरिटी सिस्टम इस्तेमाल करने जा रही है।
इसमें बॉर्डर गार्डिंग फोर्स, इंटेलिजेंस एजेंसीस और पुलिस शामिल होंगी।राजनाथ ने कहा- पहले पाकिस्तान से जितनी घुसपैठ होती थी, सर्जिकल स्ट्राइक के बाद वो काफी कम हुई है। राजनाथ बीएसएफ के एक प्रोग्राम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा- दुश्मन सोशल मीडिया के जरिए अफवाहें फैलाने की कोशिश कर रहा है। कई बार हमारे जवान और अफसर इसे वॉट्सऐप और फेसबुक पर सीधे फॉरवर्ड कर देते हैं। मैं आपसे अपील करता हूं कि कम से कम आप ऐसी चीजों को फॉरवर्ड ना करें।