भारतीय सेना आईईडी विस्फोटकों के खतरे जैसी चुनौतियों और वार्षिक अमरनाथ यात्रा के सफल आयोजन के लिए तैयार है.उन्होंने कहा कि दक्षिण कश्मीर में मौजूदा सुरक्षा स्थिति स्टेबल है और यह 2019 के मुकाबले महत्वपूर्ण सुधार है.
उन्होंने कहा कि आतंकवादी संगठनों में शामिल होने वालों की संख्या में भी काफी कमी आई है. अधिकारी ने कहा कि दक्षिण कश्मीर के पहलगाम रिसॉर्ट समेत घाटी में पर्यटकों की भारी भीड़ इस सुधार की गवाही देती है.
अधिकारियों ने कहा हम यह नहीं कह रहे हैं कि यह आतंकवाद-मुक्त है, लेकिन इसमें बहुत सुधार हुआ है और हमारे प्रयासों और अभियानों के लिए लोगों का समर्थन बढ़ रहा है. सेना ने कहा आने वाले गर्मी के महीने सुरक्षा बलों के लिए एक चुनौती हैं, खासकर पर्यटकों की अधिक संख्या और अमरनाथ यात्रा के मद्देनजर.
लेकिन हम उन चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार हैं. हम यात्रा के मार्ग पर बलों की तैनाती का ध्यान रखेंगे और जहां जरूरत होगी वहां अतिरिक्त बल लगाएंगे. हम एक सुरक्षित यात्रा के संचालन में सक्षम होंगे. हम आगे अच्छे दिन देख रहे हैं.
गौरतलब है कि पिछले साल 2020 में कोरोना वायरस संक्रमण के चलते विश्व प्रसिद्ध अमरनाथ यात्रा को रद्द कर दिया गया था. अमरनाथजी श्राइन बोर्ड के अधिकारियों ने अचानक ये फैसला लेते हुए यात्रा को रद्द करने की घोषणा की थी.
लेकिन वैक्सीन आने के बाद ये वायरस का डर कम हो गया है. ऐसे में उम्मीद की रही है कि साल 2021 में भगवान भोलेनाथ की पवित्र अमरनाथ यात्रा 2020 हर साल जून महीने में शुरू होगी.