मथुरा में पुलिस और अतिक्रमणकारियों के बीच गुरुवार को हुए जबरदस्त टकराव में पुलिस अधीक्षक और थाना प्रभारी समेत 24 लोगों की मौत हो गई.उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं.केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने यादव से फोन पर बात कर लोगों के मारे जाने पर दु:ख प्रकट किया और राज्य सरकार को सभी आवश्यक मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया.
आगरा मंडल के आयुक्त प्रदीप भटनागर ने बताया कि पुलिस अधीक्षक शहर मुकुल द्विवेदी और फरह थाना प्रभारी संतोष यादव मौत हो गई.झड़प में 22 प्रदर्शनकारी मारे गए हैं.उन्होंने बताया कि मामले की मजिस्ट्रेट जांच के भी आदेश दिए गए हैं.हत्या और बलबे के आरोप में 144 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
हिंसा तब शुरू हुई जब पुलिस गुरुवार को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश का पालन करते हुए जवाहर बाग में अवैध कब्जा जमाए बैठे लोगों को हटाने की कोशिश कर रही थी.समझा जाता है कि ये अतिक्रमणकारी आजाद भारत विधिक वैचारिक क्रांति सत्याग्रही संगठन से संबंध रखते हैं.
लखनऊ में एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मथुरा के संभागीय आयुक्त से मामले की जांच कराए जाने के आदेश दिए हैं.पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) जावेद अहमद और प्रधान सचिव (गृह) देबाशीष पांडा यहां के लिए रवाना हो गए हैं.केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्होंने मथुरा में स्थिति की समीक्षा की है.
राजनाथ ने कहा, ‘‘मैंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से बात की है और मथुरा में स्थिति की समीक्षा की है. मैंने उन्हें केंद्र की ओर से हरसंभव मदद मुहैया कराए जाने का आश्वासन दिया है.उन्होंने कहा, ‘‘मैं मथुरा में हुई इस घटना में लोगों के मारे जाने को लेकर दु:खी हूं. ईश्वर शोकसंतप्त परिवारों को शक्ति प्रदान करें.पुलिस ने बताया कि मध्य प्रदेश की पंजीकरण संख्या वाले कुछ वाहन बरामद किए गए हैं.
एक अधिकारी ने कहा, ‘‘अतिक्रमणकारियों के खिलाफ लोगों के मन में इतना अधिक गुस्सा था कि वे जब वहां से भाग रहे थे तो लोगों ने उन्हें बुरी तरह पीटा.जिलाधिकारी राजेश कुमार ने बताया था कि अतिक्रमणकारियों ने न सिर्फ हथगोलों का इस्तेमाल किया, बल्कि पेड़ों के ऊपर मोर्चा संभालकर स्वचालित हथियारों से भी गोलीबारी की.