दिल्ली में एक किताब के विमोचन के दौरान पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया शानदार तरीके से पूरी हुई। पहले चुनाव आयुक्त से लेकर तत्कालीन आयुक्त के कार्यकाल में भी संस्थान बेहतरीन काम कर रहा है।
प्रणब मुखर्जी का बयान ऐसे समय आया है जब ज्यादातर विपक्षी दल चुनाव आयोग पर पक्षपाती होने का आरोप लगा रहे हैं। प्रणब ने कहा तीनों आयुक्त कार्यपालिका द्वारा नियुक्त किए गए हैं और वे सभी अपना काम बढ़िया तरीके से कर रहे हैं। आप उनकी आलोचना नहीं कर सकते।
पूर्व राष्ट्रपति ने कहा अगर लोकतंत्र आगे बढ़ा है तो इसका बहुत बड़ा श्रेय अब तक चुनाव आयुक्तों को जाता है, जिन्होंने बखूबी अपने काम को अंजाम दिया। सुकुमार सेन से अब तक सभी ने अच्छा काम किया है।
एक दिन पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि चुनाव आयोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने समर्पण कर दिया है। अब न तो कोई संस्थान से डरता है और न ही उसका सम्मान करता है। दरअसल, हाल ही में आयोग के तीन आयुक्तों में से एक अशोक लवासा ने आचार संहिता उल्लंघन मामले पर होने वाली मीटिंग से खुद को अलग रखने का फैसला किया था।
बताया जा रहा था कि वह मोदी और शाह को क्लीन चिट दिए जाने के फैसले पर बाकी दो आयुक्तों से सहमत नहीं थे। मीटिंग में उनके बयानों को भी रिकॉर्ड पर नहीं लिया जा रहा था। इस बारे में उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा को पत्र लिखा था।